जानकारी अनुसार ग्राम राताकोट निवासी लाइनमैन किशन जाट रविवार सुबह साढ़े नौ बजे पड़ांगा फीडर 33 केवी खेड़ी में आए फाल्ट को दुरुस्त कर रहा था। इस दौरान तेज हवा चलने से उसका शरीर तार को छू गया। वह करंट की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को जैसे ही इसका पता चला तो उन्होंने विद्युत निगम कार्यालय एवं पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी। शव लगभग छ: घंटे पोल पर ही लटका रहा। आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे जाम कर दिया। जाम के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ लगभग पांच घंटे तक यातायात बाधित रहा।
मुआवजे की रखी मांग
जाम के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से पीडि़त परिवार को मुआवजा व एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी सहित विशेष पैकेज देने मांग रखी। छह घंटे पश्चात मौके पर पहुंचे विद्युत निगम के वृत्त अभियंता अशोक कुमार, अधिशाषी अभियंता अरुण जांगिड़, पुलिस उप अधीक्षक हर्षित शर्मा, प्रशिक्षु आईपीएस सज्जनकुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक केकड़ी रामचरण ने ग्रामीणों की मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन दिया। उसके पश्चात् ही शव को जेसीबी मशीन की सहायता से उतारा गया।