मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति सहयोगियों से मनमुटाव की ख़बरों के बीच शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने बड़ी बात कही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि महायुति एक साथ है और एक साथ रहेगी। उन्होंने अपने समर्थकों से नाराज होकर एकत्र नहीं होने की अपील भी की।
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे उनके मुख्यमंत्री बने रहने के पक्ष में समर्थन जताने के लिए मुंबई स्थित उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ के बाहर जमा नहीं हों।
इस्तीफा देने से पहले समर्थकों से की बड़ी अपील
शिंदे ने एक्स पर कहा, ‘‘महायुति गठबंधन की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी। हमने एक महागठबंधन के रूप में मिलकर चुनाव लड़ा और हम आज भी साथ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रति प्रेम के कारण कुछ लोगों ने सभी से मुंबई आने और एकत्र होने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी मेरे समर्थन में इस तरह से एकत्र नहीं हो।’’ बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230+ सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत हासिल की है। लेकिन सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं में अब तक इस बात पर सहमति नहीं बन पाई है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। शिंदे के समर्थक कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहना चाहिए क्योंकि उनके नेतृत्व में महायुति को शानदार जीत मिली है।
उधर, सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाली बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता चाहते है कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद मिलना चाहिए। इससे पहले फडणवीस 2014 और 2019 में सीएम पद की शपथ ले चुके है। अजित पवार नीत एनसीपी ने कहा कि उन्हें फडणवीस को सीएम बनाये जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 132 सीट मिली थीं, जबकि महायुति की सहयोगी शिवसेना को 57 सीट और एनसीपी अजित पवार को 41 सीट मिली।