गर्भवती होने की प्लानिंग से पहले अपने वजन पर ध्यान दें। यदि महिलाएं वजन को संतुलित रखती हैं (यदि वजन कम है तो उसे थोड़ा बढ़ाएं और यदि अधिक है तो उसे कम करें) तो गर्भधारण और स्वस्थ शिशु के जन्म की संभावना बढ़ जाती है। नियमित रूप से व्यायाम करने से सम्पूर्ण स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
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अपनी मेडिकल कंडीशन को समझें बदलती लाइफस्टाइल के चलते महिलाएं थाइरॉइड, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं होती हैं। गर्भावस्था की प्लानिंग से पहले अपनी मेडिकल कंडीशन को समझें, उन्हें नजरअंदाज न करें। इस बारे में डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। उसके बाद ही आप गर्भावस्था की प्लानिंग के बारे में सोचें।
फर्टिलिटी हैल्थ के लिए डाइट भी महत्वपूर्ण है। ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और दालों से युक्त संतुलित आहार खाएं। जंक, डिब्बाबंद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ को खाने से बचना चाहिए जो प्रजनन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। आपको कैफीन का सेवन भी कम करना चाहिए। किसी भी तरह के नशे व तम्बाकू का उपयोग बिल्कुल न करें। अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं।
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केमिकल्स से दूर रहें
गर्भवती होने की प्लानिंग कर रही हैं तो अनावश्यक केमिकल्स से दूर रहें। कुछ स्टडी बताती हैं कि केमिकल्स इस समय नुकसानदेह हो सकते हैं। कुछ स्टडी ऐसा नहीं मानतीं। वैसे केमिकल युक्त उत्पाद का उपयोग करने से बचना अच्छा है। तनाव न लें: गर्भावस्था की प्लानिंग
में यह सबसे जरूरी है कि आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। किसी भी तरह का तनाव या अवसाद प्रेग्नेंसी में बाधक हो सकता है। इसलिए खुशनुमा माहौल में रहें। अच्छी किताबें पढ़ें।
डॉ. ऋतु हरिप्रिया,
स्त्री रोग विशेषज्ञ, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल इंदौर