भाजपा विधायक ने फिर दिया घटिया बयान, इस बार अपनी पत्नी को भी लपेटा भूपेंद्र सिंह बेटी की माैत की खबर सुनकर सहम से गए आैर उन्हाेंने बिना कुछ बाेले कॉल काट दी। इनके बराबर में बैठे भरत पांचाल के कानाें में यह बात पहुंच चुकी थी कि फाेन किसी महिला ने किया है जाे राे रही थी। जब भरत पांचाल ने पूछा कि यह राेने की आवाज किसकी थी ताे एचसीपी भूपेंद्र ताैमर ने बताया कि यह आवाज उनकी पत्नी की थी जिसने खबर दी है कि मेरी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही, जिसकी एक वर्ष पहले ही शादी हुई थी। यह सुनकर पीआरवी में बैठे दूसरे पुलिसकर्मी आैर गाड़ी चला रहे हाेमगार्ड ने कहा कि आप पहले अपने घर जाईये, लेकिन एचसीपी भूपेंद्र सिंह ताैमर ने दुख की इस घड़ी में भी धैर्य नहीं खाेया आैर ड्यूटी काे पहला फर्ज बताते हुए नम आंखाें से कहा कि मेरी बेटी ताे अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन जाे आदमी रास्ते में खून से लथपथ पड़ा है। वह भी किसी का बेटा है आैर हम उसकी जान बचा सकते हैं। इसलिए मेरे लिए इस समय पहला फर्ज ड्यूटी है।
काम , होश आने पर खुला राज जब भूपेंद्र सिंह ताैमर ने यह शब्द कहे ताे उनके साथी पुलिसकर्मियाें ने मन ही मन भूपेंद्र सिंह काे सैल्यूट किया आैर रास्ते में पड़े घायल के पास पहुंचे। भूपेंद्र सिंह ताैमर उनके साथियाें ने देखा कि घायल सड़क किनारे पड़ा हुआ था, जिसका काफी खून बह चुका था। एेसे में भूपेंद्र सिंह ने एम्बुलेंस का भी इंतजार नहीं किया आैर अपनी गाड़ी में घायल काे लेकर अस्पताल पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद घायल काे चिकित्सकाें ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। इसके बाद भूपेंद्र सिंह घायल काे सहारनपुर के एक अस्पताल लेकर पहुंचे आैर इस तरह अपना फर्ज पूरा करते हुए इन्हाेंने एक जान बचा ली।
चर्चित अटटा बाजार की इस बिल्डिंग में इस हाल में मिले नामी स्कूल के छात्र-छात्राएं गांव वालाें ने किया सैल्यूट जब अस्पताल पहुंचे घायल के परिजनाें आैर गांव वालाें काे पता चला कि आज जिन एचसीपी की वजह से घायल की जान बच पाई है वह अपनी बेटी की माैत की खबर सुनने के बाद भी उनके बेटे काे अस्पताल ले गया। घायल काे अस्पताल ले जाकर अपनी ड्यूटी का फर्ज निभाया ताे यह जानकर गांव वालाें ने भी इस एचसीपी काे सैल्यूट किया।