CG Waqf Board: सीएम सलाहाकार ने एक्स पर दिया जवाब
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने एक्स पर लिखा कि सबसे पहली बात तो यह मियां कि वक्फ बोर्ड किसी सरकार के सीधे अधीन नहीं होता। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड में अभी अधिकतर सदस्य आपकी कांग्रेस द्वारा नियुक्त किए ही हैं। काफी हद तक यह स्वायत्त होता है। आपसे बड़ा ही कोई दीनी होगा, जो उसके सदर होंगे। दीन और कथित ईमान के बारे में आपसे बोर्ड को सीखने की जरूरत तो होगी नहीं। जहां गुंडागर्दी से अपनी निजाम कायम रखे हैं आप, वहीं रहिए कृपया। छत्तीसगढ़ में आग लगाने की इजाजत आपको नहीं दी जायेगी। यहां कानून-व्यवस्था हर हाल में बहाल रखी जायेगी। यहां संविधान किसी भी मजहब से ऊपर माना जाता है। आर्टिकल 25 की धमकी कहीं और उपयोग करें।
तारीख गवाह है कि मस्जिद से दी गयी तकरीरों के कारण अनेक बार फसाद हुए हैं। लोगों के घर-बार उजड़े हैं। सो अगर बोर्ड के अध्यक्ष को, जो जाहिर है – मुस्लिम होने के कारण ही – दीन की आपसे अधिक समझ रखते हैं, लगा होगा कि ऐसे किसी बयानों पर नजर रखनी चाहिये, तो यह हमारे प्रदेश का आपसी विषय है। यह लॉ एंड ऑर्डर का मुआमला है। इसमें अपनी नाक नहीं घुसेड़े यही आग्रह है।
इससे पहले ओवैसी ने कही थी ये बात
ओवैसी लगातार इस मामले में बयान दे रहे हैं। एक्स पर लिखा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार का वक़्फ़ बोर्ड चाहता है के जुम्माह का खुतबा देने से पहले खतीब अपने खुतबे की जाँच वक़्फ़ बोर्ड से करवायें और बोर्ड की इजाज़त के बिना खुतबा ना दें। अब भाजपाई हमें बतायेंगे के दीन क्या है? अब अपने दीन पर चलने के लिए इनसे इजाज़त लेनी होगी? वक़्फ़ बोर्ड के पास ऐसी कोई क़ानूनी ताक़त नहीं, अगर होती भी तो भी वो संविधान के दफा 25 के ख़िलाफ़ होती।