महाराजा कॉलेज व महारानी कॉलेज की भूमि के दोनों परिसरों के टाइटल के सम्बन्ध में दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिनिधियों को निर्देषित किया गया। वहीं राजस्थान कॉलेज की विश्वविद्यालय के अधिपत्य की राजकीय भूमि के रूप में दर्ज भूमि के प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए तहसीलदार जयपुर को निर्देशित किया गया, ताकि राज्य सरकार से सहमति प्राप्त की जा सके। बैठक में एनसीसी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद मधु रघुवंशी ने महाराजा कॉलेज परिसर से लगते हुए ग्राम किशनपोल तहसील जयपुर की भूमि पर बने हुए एनसीसी भवन की भूमि एनसीसी के नाम किए जाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। उन्हें बताया गया कि इस मामले में पीडब्ल्यूडी से एनओसी लिए जाने के बाद ही कार्रवाई किया जाना सम्भव होगा। तहसीलदार जयपुर को निर्देशित किया गया कि वह प्रतिनिधि को आवश्यक अभिलेख की नकलें उपलब्ध करावें।
कॉमर्स कॉलेज के साथ अन्य भूमि जो विश्वविद्यालय को औपचारिक रूप से आंवटित कि गई है, वह अधिकांश भूमि वन विभाग के नाम है। इस बारे में डीएफओ जयपुर उपकार बोराना को दो-तीन दिन में कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि को स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया। विश्वविद्यालय की जेडीए के नाम दर्ज भूमि की एनओसी प्राप्त करने के लिए जोन उपायुक्त कुन्तल विश्नोई से वार्ता कर दो दिवस में कार्रवाई पूर्ण कर आदेश जारी कराने के निर्देश दिए हैं। इस सम्बन्ध में अगली बैठक 30 जुलाई का होगी।