पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। आने जाने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी और काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध व्यक्तियों का तकनीकी विश्लेषण करने के बाद फैक्ट्री में चालक बलवीर सिंह और कर्मचारी राकेश से पूछताछ की। पूछताछ में बलवीर सिंह पुलिस टीम को गुमराह करता रहा। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो बलवीर सिंह ने कहा कि उसने चाचा चैन सिंह को बुलाकर पैसे के लालच में पीपा फैक्ट्री की मालकिन की हत्या करवाई।
पुलिस पूछताछ में बलवीर सिंह ने बताया कि शराब के ठेके पर बैठकर पीपा फैक्ट्री के अंदर घटना करने की प्लानिंग की थी। आरोपी बलवीर सिंह ने बताया कि चैन सिंह भी इस फैक्ट्री में कर्मचारी रहा हैं। हम दोनों को यह अंदेशा था कि मालकिन के पास 5 से 7 लाख रुपए हमेशा अलमारी के अंदर मौजूद रहते हैं। घटना के समय वह फैक्ट्री कर्मचारी राकेश को शराब पिलाने के लिए फैक्ट्री एरिया में चला गया। पीछे से चैन सिंह ने घटना को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया। बलवीर सिंह ने बताया कि वह राकेश को फैक्ट्री में छोड़कर घर चला गया।