मिली जानकारी के अनुसार चरत सिंह पिछले दिनों ही पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ा था उसकी गिरफ्तारी के बाद उससे हुई पूछताछ में उसने अजमेर में उसे पनाह देने वाले तौफिक चिश्ती का नाम खुला था। बताया जा रहा है कि चरत सिंह उर्फ चढ़त ने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर की रेकी कर उसकी लोकेशन और आसपास क्षेत्र की जानकारी अपने साथियों को पहुंचाई थी।
वहीं हमले के दौरान भी चढ़त सिंह के साथ दो साथी कार में उसके साथ आए थे और हमले के बाद फरार हो गए। मामले में नोएडा में बिहार के रहने वाले मोहम्मद नसीम आलम और मोहम्मद सरफराज को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
राजस्थान में सर तन से जुदा नारे लगाने का आरोपी फखर जमाली का ममेरा भाई दरगाह में अंजुमन कमेटी का संयुक्त सचिव तारीक चिश्ती है। उसका बेटा आरोपी तौफीक चिश्ती है। तौफीक डिग्गी चौक इलाके में एक कैफे का संचालन भी करता है। पुलिस उसके आतंकियों से संबंध के बारे में भी पड़ताल कर रही है। पंजाब इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर किया गया था। बताया जा रहा है कि इसे खालीस्तान आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल ,बीकेआई ने कराया था। इसका मास्टरमाइंड कनाडा में गैंगस्टर लखबीर सिंह लाड़ा है। गौरतलब है कि हमले में लांचर से जो रॉकेट दागा गया था, वह पाकिस्तान से आया था । इस मामले में पंजाब के कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।