देवली उनियारा थप्पड़ कांड पर
राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि, “मैं कल गांव गया था। मैंने क्षतिग्रस्त घरों को देखा और घायल लोगों से मिला। 2 पुलिस वाहन जलाए गए… यह मुद्दा लक्षित है, क्योंकि चयनात्मक कार्रवाई हुई और पुलिस कार्रवाई में देरी हुई। मतदान केंद्र पर सब कुछ शुरू होने पर कार्रवाई होनी चाहिए थी… जो कुछ भी हुआ है, इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए, मैंने मंत्री से कहा है और उन्होंने इसकी पुष्टि की है। चयनित पुलिसकर्मियों ने चयनात्मक कार्रवाई की।”
घटना को लेकर किरोड़ी लाल ने क्या कहा?
समरावता प्रकरण पर गृह राज्य मंत्री के निवास पर समरावता के लोगों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक में किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि- – निर्दोष लोग मामले में नहीं फंसेंगे, सभी निर्दोष लोगों को छुड़वाया जाएगा।
– घटना के लिए जो भी दोषी है, चाहे वो प्रशासन के लोग हो या बाहर के लोग हो, जो भी जिम्मेदार होगा, न्यायिक जांच के बाद पूरा पता लगेगा, न्यायिक जांच होगी। – कुछ सलेक्टेड पुलिसकर्मियों के द्वारा गांव में सलेक्टेड कार्यवाही की है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है, जांच में पता कर कार्यवाही होनी चाहिए।
– आर्थिक नुकसान का सर्वे करवाया जा रहा है, जो भी वाहन स्थानीय लोगों के थे, घरों में नुकसान हुआ, उसकी सहायता दी जाएगी। – गांव में शांति बहाली जरूरी है, भय मुक्त होना जरूरी है, पुलिस प्रशासन गांव में लोगो को आने दे, स्थानीय लोगों को पूछताछ के लिए परेशान न करें, गांव में पुलिस कम से कम रहे या जरूरी न हो तो न रहे।
नरेश मीणा का पूरा थप्पड़ कांड
गौरतलब है कि बुधवार को राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। इस थप्पड़ कांड के बाद नरेश मीणा फरार हो गया था। इसके बाद गुरूवार को पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद गुरूवार को भी उसके समर्थक उग्र हो गए और पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की। इस दौरान कई पत्रकारों के साथ भी मारपीट की गई थी।
वहीं, इस घटना के बाद SDM अमित कुमार ने नरेश मीणा पर FIR दर्ज करवाई है। इसके बाद शक्रवार शाम नरेश मीणा को टोंक जिले के निवाई कोर्ट में वीसी के जरिए पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।