इसके लिए एंटीग्रल कोच फैक्ट्री,कपूरथला में 344, रेल कोच फैक्ट्री में 177 और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में 285 कोच तैयार किए जा रहे हैं। यह जैसे तैयार होते जाएंगे रेलवे इसे मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाता जाएगा।उत्तर पश्चिम रेलवे को सबसे पहले जयपुर से इलाहाबाद एक्सप्रेस में यह सुविधा देने की तैयारी है। इस कोच को लगाने के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने उत्तर पश्चिम रेलवे से अनुमति मांगी है। फिलहाल इस श्रेणी का किराया तय नहीं हो पाया है। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी कहते हैं कि इससे रेलयात्री में कम पैसे में बेहतर सुविधा मिलेगी और यही रेलवे का लक्ष्य है।
इस कोच में हैं बेहतरीन सुविधाएं
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा है। रेलवे ने रेलमंत्री लालू यादव काल की गरीब रथ एक्सप्रेस का हाल नहीं किया है। उस समय भी रेलवे ने एक अतिरिक्त सीट जोड़कर कमाई का फार्मूला निकाला था। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई थी। इस कोच में भले ही 11 सीटें बढ़ाई गई हैं लेकिन साइड बर्थ को छोटा नहीं किया गया है। इसके अलावा कोच में पढ़ने के लिए लाइट, यूएसबी और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए बेहतर सीढ़ी और खास तरह का खानपान टेबल दिया गया है। टॉयलेट में फुट ऑपरेटिंग टैब लगाए गए हैं।