‘हमारा समाज रहना चाहिए’
चंपई सोरेन ने आगे लिखा पाकुड़, साहिबगंज समेत कई जिलों में आदिवासी समाज आज अल्पसंख्यक हो चुका है। अगर हम लोग वहाँ के भूमिपुत्रों की जमीनों और वहां रहने वाली बहू-बेटियों की अस्मत की रक्षा ना कर सके, तो…? चुनावी गहमागहमी के बाद, वीर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव एवं वीरांगना फूलो-झानो को नमन कर के, बहुत जल्द हम लोग संथाल परगना की वीर भूमि पर अपने अभियान का अगला चरण शुरू करेंगे। सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगी-बिगड़ेंगी मगर हमारा समाज रहना चाहिए, हमारी आदिवासियत बची रहनी चाहिए, अन्यथा कुछ नहीं बचेगा। इस वीर भूमि से फिर एक बार “उलगुलान” होगा। जय आदिवासी ! जय झारखंड !! सरायकेला से जीते चंपई सोरेन
बीजेपी नेता चंपई सोरेन ने
सरायकेला विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। चंपई सोरेन ने जेएमएम प्रत्याशी गणेश महाली को 20447 वोटों से हराया। चंपई सोरेन को 119379 मत मिले और जेएमएम प्रत्याशी को 98932 वोट मिले। बता दें कि चंपई सोरेन का कोल्हान में प्रभाव नहीं दिखा। एनडीए को क्षेत्र की 14 सीटों में से 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। वहीं चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को भी हार का सामना करना पड़ा। बाबूलाल सोरेन घाटशीला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। जेएमएम प्रत्याशी रामदास सोरेन ने बाबूलाल सोरेन को 22446 वोटों से हराया।