विधायक बार बार बोले, नहीं लूंगा इस्तीफा वापस— उधर विधायक हेमाराम चौधरी बार बार ये कह रहे हैं कि वे विधायक पद से दिए इस्तीफे को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने कहा है कि वे स्पीकर सीपी जोशी से दुबारा समय लेकर मिलेंगे और इस्तीफे को मंजूर करने को कहेंगे। चौधरी अभी बाडमेर में है। वहीं स्पीकर जोशी आज अपने विधानसभा क्षेत्र में चले गए है।
पायलट खेमे में हैं चौधरी— विधायक हेमाराम चौधरी को सचिन पायलट खेमे में माना जाता है और उन्होंने मानेसर में पायलट के साथ कैंप भी किया था। विधानसभा चुनाव के समय चौधरी चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे लेकिन पायलट के मनाने पर वे मान गए थे। इसके बाद जब मंत्रिमण्डल का गठन हुआ तो उनकी जगह हरीश चौधरी को मंत्री बना दिया गया। इससे वे नाराज हो गए और लगातार अपनी नाराजगी जाहिर करते रहे। अपने क्षेत्र में विकास को मुद्दा बनाकर उन्होंने 18 मई को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद ही तब से अब तक उनके इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं हुआ और अभीह हाल ही में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने उन्हें राजकीय उपक्रम समिति का सभापति भी बना दिया।
डोटासरा और माकन ने भी की बात— चौधरी के इस्तीफे के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रभारी अजय माकन ने भी उनसे बात की थी। चौधरी पीसीसी चीफ डोटासरा के घर भी गए थे तब भी उन्हें राजी करने को प्रयास किया गया था। यहीं नहीं जिस पायलट गुट से आते है उनके नेता सचिन पायलट ने भी उनसे इस्तीफा वापस लेने को कहा था।
मंजूरी नहीं मिलने तक विधायक की जिम्मेदारी — हेमाराम चौधरी ने यह भी कह दिया हैं कि जब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा वे विधायक पद की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे और जनता की सुनवाई करेंगे।लेकिन चौधरी यह कहने से भी नहीं चूके कि वे इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। चौधरी ने कहा है कि वे विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से मिलने विधानसभा भी गए थे किंतु कोरोना की वजह से जोशी से मुलाकात नहीं हो पाई थी। चौधरी ने कहा कि अब वे दुबारा से जोशी से समय लेंगे और मिलने जाएंगे।