आखिरकार गिरफ्त में आ गया Hafiz Saeed, राजस्थान में भी फैला रहा था आतंक का नेटवर्क
Hafiz Saeed Jamaat-ud-Dawa Lashkar-e-Taiba Rajasthan Connection: मुुंबई हमले ( 26/11 Mumbai Attack ) के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद को पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार ( Pakistan Punjab Police Arrested Hafiz Saeed ) कर लिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग ( CTD ) ने हाफिज को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह गुजरांवाला जा रहा था।
जयपुर। मुुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद ( Hafiz Saeed ) को पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने हाफिज को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह गुजरांवाला जा रहा था।
रिपोर्टों के अनुसार पाकिस्तान ने यह कार्रवाई अपने हवाई क्षेत्र को सभी नागरिक यातायात के लिए खोल दिये जाने की घोषणा के एक दिन बाद और अमरीका के साथ अपने संबंधों में सुधार के प्रयासों के तहत प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका यात्रा से पहले की है। इमरान सरकार पर हाफिज के खिलाफ कार्रवाई को लेकर फाइनेंसियल एक्शन टॉस्क फोर्स का काफी दबाव था।
राजस्थान में भी फैला रहा था आतंक का नेटवर्क हिंदुस्तान का मोस्ट वांटेड हाफ़िज़ सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा का आका है। इसके इन दोनों संगठनों के राजस्थान में भी नेटवर्क जमाने की कई बार खबरें आ चुकी हैं। हाफिज के ये संगठन सूबे में युवाओं को चुनकर उन्हें टेरर फंडिंग के लिए अपने नेटवर्क से जोड़ने की नापाक साजिश रचने का काम करता था।
जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्त में आया था संदिग्ध इसी साल जनवरी महीने में एनआईए और राजस्थान के आतंकवाद रोधी स्क्वाड (एटीएस) ने जयपुर एयरपोर्ट पर संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया था। इसमें मोहम्मद हुसैन नाम के एक शख्स को गिरफ्त में लिया गया था। इस कार्रवाई को इसलिए ही अंजाम दिया गया था कि भारतीय इंटेलिजेंस को इस शख्स के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य होने का अंदेशा था।
गिरफ्त में लिए गया संदिग्ध शख्स जब दुबई से जयपुर आ रहा था, तभी इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इसके बाद आरोपी शख्स को आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाए गया। सामने आया था कि मोहम्मद हुसैन को कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए टेरर फंडिंग करने और आतंकवादी संगठनों के संपर्क में रहने के लिए गिरफ्तार किया गया था। हुसैन राजस्थान के नागौर जिले के कुचामन शहर का रहने वाला है।
जानकारी के मुताबिक़ इससे पहले राजस्थान पुलिस ने आतंकवादी संगठनों को धन मुहैया कराने और आतंकी साजिश रचने के आरोप में लगभग 10 साल पहले सात संदिधों को गिरफ्त में लिया था। इन सभी का जुड़ाव हाफ़िज़ सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से होना सामने आया था। इन सात आरोपितों में से एक शकर उल्लाह नाम का शख्स भी था जिसको जयपुर जेल में अन्य कैदियों ने पीट-पीटकर मार डाला था।
शकर उल्लाह मूल रूप से पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला था। सूत्रों ने बताया कि राजस्थान पुलिस को खुफिया जांच में उसके आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से सम्बन्ध होने की खुफिया सूचना मिली थी। इसके बाद उस पर गुप्त रूप से नजर रखी गई।
फोन कॉल की रिकॉर्डिंग में उसके पाकिस्तान के आतंककारी संगठन लश्कर ए तैयबा के स्लीपर सेल होने की पुख्ता जानकारी मिली थी। इस पर साल 2010 में उसके पाकिस्तानी साथियों असगर अली और मोहम्मद इकबाल सहित भारत के निशाचंद अली, पवन पुरी, अरुण जैन, काबिल खां और अब्दुल मजीद के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था।
जानिये हाफ़िज़ सईद के बारे में सब कुछ – हाफिज मुहम्मद सईद का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा में 10 मार्च 1950 को हुआ – वो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा से सम्बंधित है
– जमात-उद-दावा एक कथित चरमपंथी इस्लामी संगठन है जिसका मकसद भारत के कुछ हिस्सों और पाकिस्तान में इस्लामी शासन स्थापित करना है। हाफिज ने यह संगठन तब बनाया था जब पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
– यह भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है – मुंबई के 26/11 हमले में उसका हाथ होने की बात सामने आई थी जिसमें छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे। उस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से उसे सौंपने को कहा था।
– अमेरिकी सरकार की ‘रिवाडर्स फॉर जस्टिस’ कार्यक्रम की वेबसाइट पर बताया गया कि हाफिज़ सईद प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख और चरमपंथी गुट लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। – अमेरिका द्वारा जारी, दुनिया में ‘आंतकवाद के लिए जिम्मेदार’ लोगों की सूची में हाफिज सईद का भी नाम शामिल था।
– 2012 से इसके ऊपर अमरीका ने एक हजार करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। – सईद अरबी और इंजीनियरिंग का पूर्व प्राध्यापक रहा है। – 11 सितंबर 2001 में अमेरिका पर हुए हमलों के बाद अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था।
– वर्ष 2002 में पाकिस्तानी सरकार ने भी लश्कर पर प्रतिबंध लगा दिया। उसके बाद हाफिज सईद ने लश्कर-ए-तैयबा का नया नाम जमात-उद-दावा रखा, हालांकि हाफिज सईद इस बात से इन्कार करता है कि जमात-उद-दावा का लश्कर से कोई संबंध है।
– संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मुंबई आतंकी हमलों के बाद दिसंबर 2008 में जमात-उत-दावा को आतंकी संगठन घोषित किया था। मुंबई हमलों के बाद सईद पर अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए पाकिस्तान ने छह महीने से कम समय तक नजरबंद रखा था। लाहौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद उसे 2009 में रिहा कर दिया गया था।
– हाफिज सईद ने अफगानिस्तान में जिहाद का प्रचार करने और लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए 1985 में जमात-उद-दावा-वल-इरशाद की स्थापना की और लश्कर-ए-तैयबा उसकी शाखा बनी। – 1990 के बाद जब सोवियत सैनिक अफगानिस्तान से निकल गए तो हाफिज सईद ने अपने मिशन को कश्मीर की तरफ मोड़ दिया।
– भारत सरकार 2003, 2005 और 2008 में हुए आतंकी हमलों के लिए लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदारी मानती है। भारतीय संसद पर हमले की कड़ी भी इसी गुट से जुड़ती है। – मुंबई आतंकी हमलों में उसकी भूमिका को लेकर भारत ने सईद के खिलाफ इंटरपोल रेड कार्नर नोटिस जारी कर रखा है, वहीं अमेरिका ने इसे विशेष निगरानी सूची में रखा है। (जानकारी सोर्स- विकिपीडिया)
Hindi News / Jaipur / आखिरकार गिरफ्त में आ गया Hafiz Saeed, राजस्थान में भी फैला रहा था आतंक का नेटवर्क