पूछताछ में सामने आया है कि शोरूमों व बैंक के आसपास पहले रेकी करता है। फिर नकद लेकर जाने वालों को चिन्हित कर उनका पीछा करता है। लाल बत्ती या जाम में फंसे वाहन का टायर पंचर कर उसी वाहन के आगे चलता है। फिर वाहन मालिक को टायर पंचर होने के बारे में जानकारी देता है और जैसे ही कार रुकती है। वैसे ही दूसरी साइड से रुपए से भरा बैग चोरी कर फरार हो जाता है।
16 नवंबर को परिवादी ने मामला दर्ज कराया कि 15 नवंबर को शाम करीब 7 बजे कार से ड्राइवर के साथ ट्रांसपोर्ट नगर से घाट गेट की तरफ जा रहा था। गुरुद्वारा रोड के पास ट्रैफिक बत्ती पार करते समय पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाशों ने टायर पंचर होने की बात कहते हुए उन्हें रुकवाया। कार का टायर बदल कर वो वापस कार में बैठा तो कार में रखा रुपयों से भरा बैग गायब मिला। इसके बाद पीडि़त पुलिस थाने में पहुंचा। फिर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और उसे दबोच लिया।