हालांकि बैठक को लेकर मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से कोई अधिकारी एजेंडा जारी नहीं किया गया है., लेकिन माना जा रहा है कि विधानसभा के मानसून सत्र बुलाने और कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर बैठक में चर्चा होगी। इसके साथ ही कई अहम फैसले भी बैठक में लिए जा सकते हैं।
विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर होगी चर्चा
विश्वस्त सूत्रों की माने तो गहलोत सरकार जुलाई माह के आखिर या फिर अगस्त के पहले सप्ताह में विधानसभा का मानसून सत्र बुला सकती है इसे लेकर कैबिनेट मंत्रिपरिषद समूह की बैठक में चर्चा होगी। मंत्रिमंडल सचिवालय से जुड़े लोगों ने भी अगस्त के पहले सप्ताह तक विधानसभा का सप्तम सत्र बुलाए जाने के संकेत दिए हैं।
छठे सत्र के सत्रावसान की फाइन को सीएम की मंजूरी का इंतजार
विधानसभा के छठे सत्र के सत्रावसान की फाइल को सीएम गहलोत की मंजूरी का इंतजार है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा जाएगा। जहां राज्यपाल कलराज मिश्र सत्रावसान करेंगे। सत्रावसान के बाद ही सरकार की ओर से सप्तम सत्र बुलाने को लेकर दोबारा फाइल भेजी जाएगी।
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों पर होगी चर्चा
वहीं दूसरी ओर मंत्रिपरिषद समूह की बैठक में डेल्टा प्लस वैरिएंट और कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रियों के सुझाव लेंगे और तैयारियों को लेकर क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं इस पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा मंत्रिपरिषद समूह की बैठक में वैक्सीनेशन की कमी को लेकर भी चर्चा होगी।
प्रदेश में वैक्सीन की कमी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार से मांग के अनुरूप वैक्सीन उपलब्ध करवाने की मांग करते आ रहे हैं। सूत्रों की माने तो की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रियों को कोरोना वैक्सीन के लिए लोगों को जागरूक करने और प्रदेश में शत-प्रतिशत व्यक्ति वैक्सीनेशन हो सके, इसके लिए भी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर वैक्सीनेशन का फीडबैक लेने के निर्देश देंगे। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के बाद बिगड़े आर्थिक हालातों पर काबू पाने और मानसून के सक्रिय होने के बाद प्रदेश में सघन वृक्षारोपण को लेकर भी चर्चा होगी।