आरोपियों में एक महिला वकील व एक दम्पती शामिल हैं। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक कार, 60 रुपए नकद व राजीनामा की लिखावट का स्टांप जब्त किया गया है। कार का चालक मौके से फरार हो गया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। थानाधिकारी जहीर अब्बास ने बताया कि नाबालिग को जयपुर के किशोर न्यायालय में पेश किया गया। फरार कार चालक की तलाश की जा रही है। मामले की गहनता से जांच शुरु कर दी गई है।
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक, सुनील कुमार निवासी पावटा ने प्रशिक्षु आरपीएस प्रियंका कुमावत के समक्ष एक परिवाद पेश कर शिकायत की थी कि प्रागपुरा थाने में दर्ज दुष्कर्म के एक मामले में परिवादिया सहित उसकी भाभी नाथी देवी, भाई हिम्मत, वकील ज्योति शर्मा व राजेन्द्र गुर्जर बार-बार उसे धमकी देते हैं और राजीनामा के लिए रुपए देने का दबाव बना रहे हैं।
पूर्व में भी परिवादिया की बहन पूनम ने शाहपुरा थाने में झूंठा मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी देकर दबाव बनाते हुए उससे 5 लाख 50 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। अब उक्त लोगों ने प्रागपुरा थाने में दर्ज मामले में राजीनामा कराने के लिए एक लाख रुपए की मांग की, जिसमें राजीनामे का शपथ-पत्र देने पर 60 हजार रुपए व 164 में बयान देने के बाद 40 हजार रुपए देना तय हुआ।
शपथ-पत्र फाड़ा, नोट फेंके
प्रशिक्षु आरपीएस प्रियंका कुमावत ने जयपुर ग्रामीण एसपी हरेन्द्र महावर के निर्देश के बाद एएसपी भरतलाल मीणा व डीएसपी दिनेश कुमार यादव के निर्देशन में एक टीम गठित की, जिसमें एसआई राजेन्द्र सिंह, एएसआई राजेन्द्र सिंह, कांस्टेबल राजकुमार, विद्या देवी व निरमा देवी आदि ने योजना के मुताबिक टीम ने गोपालपुरा मोड़ पर घेराबंदी कर एक स्विफ्ट कार को पकड़ा।
कार में ज्योति शर्मा (30) निवासी कोटपूतली, नाथी (25) पत्नी हिम्मत सिंह व हिम्मत सिंह बावरिया (25) निवासी कोजिंदा थाना नारनौल (हरियाणा) और एक नाबालिगा सवार थी। पुलिस को देख ज्योति ने शपथ-पत्र को फाड़ दिया और नकदी दूर फेंक दी। मौके पर लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई। मौका पाकर कार चालक राजेन्द्र गुर्जर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से फटा हुआ शपथ-पत्र, 60 हजार रुपए नकद व कार को जब्त कर लिया।