पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अभियुक्त की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई और अब उसे पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। दुर्गा पूजा के पंडाल में कुरान रखे जाने की इस घटना के बाद से बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों, पंडालों और घरों पर हमले हुए, जिनमें करीब आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई।
-
पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार, पिछले एक हफ्ते में हुई हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है। कुमिल्ला के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद कामरुल हसन और पुलिस सुपरिडेंटेंड फारूक अहमद के अनुसार, हमने इस मामले में शामिल एक व्यक्ति की पहचान कर ली है और उसकी तलाश जारी है। आरोपी व्यक्ति का नाम इकबाल हुसैन और उसके पिता का नाम नूर अहमद आलम है। इकबाल कुमिल्ला के सुजाननगर क्षेत्र का रहने वाला है और उसकी उम्र करीब 30 वर्ष है।
इकबाल की मां अमीना बेगम का दावा है कि बेटे को ड्रग्स की लत है और उसकी बुरी आदतों से सभी परेशान रहते हैं। इकबाल हुसैन के परिजनों के अनुसार, अगर वह वाकई दोषी हैं तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए।
पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक शख्स देर रात को पूजा पंडाल में अपने हाथ में कुछ लेकर दाख़िल होता है और फिर हनुमान की गदा लेकर वापस आ रहा है। यह कुरान कुमिल्ला के दुर्गा पूजा पंडाल में नवरात्र के आठवें दिन यानी अष्टमी को मिला था। बाद में लोगों के एक समूह ने इकट्ठे होकर पूजा के पंडाल में तोड़-फोड़ की और वहां लोगों पर कुरान का अपमान करने का आरोप लगाया।
-
इस घटना के ठीक बाद बांग्लादेश में कई जगहों पर हिंदू मंदिरों पर हमले हुए। पुलिस ने हिंसा पर काबू करने के लिए हवा में फायरिंग की और इसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक इस हिंसा में 19 अक्टूबर तक कुल 72 मामले दर्ज किए गए हैं और 450 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अमरीका समेत कई अन्य देशों ने इस हिंसा की निंदा की और हसीना सरकार से कार्रवाई की अपील की।