पिछले वर्ष मई से जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। हिंसा की लपटें उन तक न पहुंच जाए, इसलिए असम ने मणिपुर से सटी सीमाएं सील कर कमांडो तैनात कर दिए हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे मणिपुर के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें, ताकि राज्य के लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बड़े एक्शन की तैयारी में सरकार
उधर, सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार मणिपुर में बड़े एक्शन की तैयारी में है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में अर्धसैनिक बलों की 70 कंपनियां, यानी 7000 जवानों को रवाना कर दिया है। ये सभी जवान 30 नवंबर तक राज्य में तैनात रहेंगे। खास बात है कि मौजूदा समय में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 288 कंपनियां तैनात हैं। इन्हें भी 30 नवंबर तक तैनाती का आदेश मिला है।