‘उनके खिलाफ आतंक विरोधी कानून बनाया जाए’
सपा नेता अबू आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सलमान अजहरी से मुलाकात का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “मुफ्ती सलमान अजहरी साहब से खास मुलाकात और गोवंडी के मुद्दों पर हुई बातचीत। नामूस-ए-रिसालत हमारा मिशन है, हमारी मांग रही है कि जो भी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताखी करता है, उसके खिलाफ आतंक विरोधी कानून बनाया जाए और हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक ये कानून नहीं बनाया जाता।” मुफ्ती सलमान अजहरी की सपा नेता अबू आजमी से इस मुलाकात को लेकर सियासत गर्मा गई है।
‘उद्धव ने बाला साहेब ठाकरे को धोखा दिया’- BJP
भाजपा ने इसे वोट जिहाद करार दिया है। इसी कड़ी में भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने एक्स पर लिखा, “महाविकास अघाड़ी (MVA) की सहयोगी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मुफ्ती सलमान से आशीर्वाद लेती है, जो गजवा-ए-हिंद चाहते हैं। जिन्हें हिंदुओं को धमकी देने वाले नफरत फैलाने वाले भाषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अबू आजमी की मुफ्ती सलमान अजहरी से मुलाकात। हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। क्या उद्धव MVAसे गठबंधन तोड़ेंगे। उन्होंने बाला साहेब ठाकरे को धोखा दिया है।”
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी MVA का हिस्सा हैं- BJP
शहजाद पूनावाला ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी एमवीए का हिस्सा हैं, उन्होंने मुफ्ती सलमान अजहरी से मुलाकात की और चुनाव जीतने का आशीर्वाद मांगा। यह वहीं मुफ्ती सलमान है, जिसने पहले कहा था कि ‘गजवा-ए-हिंद’ होगा। ये बहुत निंदनीय बात है कि महाविकास अघाड़ी (MVA) उनके समर्थन की अपेक्षा कर रहा है। वोट के लिए बालासाहब के विचारों की उद्धव ठाकरे ने तिलांजलि दे दी है। क्या वह वोट जिहाद और गजवा-ए-हिंद के साथ है? वह उन लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने मंदिर का विरोध किया था। आप इस मुलाकात को लेकर क्या कहना चाहेंगे? तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी मुस्लिम आरक्षण की बात करते है और आप चुप्पी साधे हुए हैं। ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ को सांप्रदायिक बताने वाले लोगों को बताना चाहिए कि वोट जिहाद की कोशिश धर्मनिरपेक्ष कैसे हो सकती है? इससे पहले भाजपा के नेताओं की तरफ से दावा किया गया था कि ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (All India Ulema and Mashaikh Board) ने बीते दिनों महाविकास अघाड़ी को अपनी 17 मांगों वाला पत्र भेजा था।
उलेमा बोर्ड ने अपने पत्र लिखी ये बातें
उलेमा बोर्ड (Ulema Board) ने अपने पत्र में कहा था कि वो आगामी विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी गठबंधन को समर्थन देने के लिए तैयार है। लेकिन, उसकी एक शर्त है कि जब महाविकास अघाड़ी सत्ता में आ जाए, तो उसकी मांगों को पूरा करे। इस पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पत्र लिखकर कहा कि उसे ये सभी मांगें मान्य हैं। उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष नायब अंसारी ने इस पत्र को अपने सोशल मीडिया फेसबुक पर 31 अक्टूबर को सार्वजनिक किया।