लालपुर पांडेयपुर थाने के जीप ड्राइवर है यशवंत यशवंत लालपुर पांडेयपुर थाने की सरकारी जीप के ड्राइवर हैं। उन्होंने शनिवार सुबह सरकारी जीप में बैठकर अपनी सर्विस रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार ली। डॉक्टरों के अनुसार गोली लगने से यशवंत के सिर का एक हिस्सा उड़ गया है।
यशवंत ने बेटे को भेजा है सुसाइड नोट
जानकारी के मुताबिक यशवंत ने शनिवार की सुबह खुद को गोली मारने से पहले अपने बेटे को वाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। सुसाइड नोट के अनुसार एक बेटे की बीमारी के दौरान छुट्टी न मिलने की वजह से वो परेशान थे।
शुक्रवार को ही वो आजमगढ़ स्थित घर से आए थे यशवंत आजमगढ़ के मेहनगर थाना के पवनी खुर्द गांव के मूल निवासी 53 वर्षीय यशवंत सिंह गत 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर घर गए थे। घर से वो एक दिन पहले ही आए थे। वो वाराणसी पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रहते थे। नाइट ड्यूटी के बाद पहड़िया मंडी में स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे। नाइट अफसर सूर्यवंश यादव ने चाय पीने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया। वो सरकारी जीप में ही बैठे रहे। जीप से पुलिसकर्मियों के उतरने के बाद यशवंत ड्राइविंग सीट पर बैठे और अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार ली।
एक साल में पुलिस कर्मी को गोली लगने की ये चौथी घटना केस-1- वाराणसी में एक साल में ये चौथी घटना है जिसमें किसी पुलिस वाले को गोली लगी है। यशवंत से पहले चितईपुर थाने में तैनात रहे दरोगा मनीष सिंह को गोली लगी थी। मनीष सारनाथ क्षेत्र की शक्तिपीठ कॉलोनी में रहते थे। बीते 14 मार्च की दोपहर घर में ही अचानक मनीष की सरकारी पिस्टल से गोली चली जो उनके जबड़े को छेदते हुए निकल गई थी। उपचार के दौरान 23 मार्च को मनीष की मौत हो गई थी।
केस-2- वाराणसी पुलिस लाइन की बैरक में 18 अक्टूबर 2021 को जौनपुर के केराकत निवासी हेड कांस्टेबल अनिल राय (50 वर्ष) ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। वो डायबिटीज से पीड़ित रहे। उन्होने कारबाइन से 5 गोली अपने पेट में मार ली थी।
केस-3- चंदौली जिले से पंचायत चुनाव की ड्यूटी से वापस आते समय रोडवेज बस में सवार सिपाही विनोद कुमार सिंह (31 वर्ष) को उनकी राइफल से गोली लग गई थी। सोनभद्र के राबर्ट्सगंज थाना के जिगना गांव के मूल निवासी विनोद को अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। घटना 26 अप्रैल 2021 की है।