उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और उनकी पार्टी को लगता है कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ होना चाहिए। ऐसे में वह राज्य की सारी सरकारें और केंद्र सरकार को भंग कर दें। अभी तत्काल एक साथ सारे चुनाव करवा दें। उनके लिए यह एक बेहतरीन मौका है।
एनडीए के सहयोगी दलों को भाजपा ने थमा दिया ‘झुनझुना मंत्रालय’
एनडीए के घटक दलों के मंत्रालय बंटवारे को लेकर संजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में सब ठीक नहीं है, इसका कारण है कि एनडीए के सहयोगी दलों को भाजपा ने ‘झुनझुना मंत्रालय’ थमा दिया। आपने ना तो रेल मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, कृषि मंत्रालय, सड़क और ना ही वाणिज्य मंत्रालय सहयोगी को दिया। सहयोगी दलों को कोई बड़ा मंत्रालय नहीं दिया गया। उनको सिर्फ ‘झुनझुना मंत्रालय’ दिया। एक पार्टी को मछली विभाग और दूसरे को जहाज विभाग दे दिया। अब तो जहाज भी प्राइवेट वालों का है, सरकार के पास अपना कोई जहाज नहीं है। यहां तक कि हवाई अड्डे प्राइवेट वालों के हैं, अब हवाई अड्डा सरकार के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू को मछली पालन विभाग दे दिया। मुझे लगता है कि पीएम मोदी ने एक तरह से संकेत दे दिया है कि हम ऐसे ही सरकार चलाएंगे। आपको साथ में रहना है तो रहिए नहीं तो आगे आपकी पार्टियां तोड़ेंगे। टीडीपी को तोड़ेंगे, जदयू को तोड़ेंगे, जनता दल सेक्युलर को तोड़ेंगे।
संजय सिंह ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
संजय सिंह ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यूसीसी देश के आदिवासियों, सिख समुदाय, देश के वंचित लोगों के खिलाफ है। आप देश में ऐसा कानून लागू करना चाहते हैं। भारत विविधताओं का देश है। हमारा देश अलग-अलग जातियों और धर्मों से बना है। आदिवासी समाज में शादी और तलाक की प्रथा अलग है, सिख समाज में भी शादी की प्रथा अलग है। आप कह रहे हैं कि हम सबकुछ एक कर देंगे। मुझे लगता है कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू को यूसीसी को लेकर सवाल पूछना चाहिए, क्योंकि इन्होंने इस पर सवाल भी उठाए थे। संजय सिंह ने जम्मू- कश्मीर में हुए आतंकी घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को इन हमलों पर भी ध्यान देना चाहिए। सरकार दावा करती रही है कि घाटी से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से अमन और शांति है। लेकिन अभी भी वहां आतंकी हमले हो रहे हैं।