धार्मिक महत्व
साधुओं के लंबे बाल रखने का उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों और धर्मशास्त्रों में मिलता है। हिंदू धर्म में लंबे बालों को आध्यात्मिक ऊर्जा और तपस्या का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि बालों में ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रवाह होता है।भभूत करते हैं जटाओं को साफ
धार्मिक मान्यताएं हैं कि शिव भक्त मोह माय से दूर रहते हैं। यह सांसारिक चीजों से बचते हैं। वहीं यह अपनी जटाओं को धोने के लिए किसी तरह के साबुन, सैम्पू या अन्य किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करते, माना जाता है कि यह अपनी जटाओं को साफ करने के लिए भभूत का इस्तेमाल करते हैं।आध्यात्मिक लाभ
आध्यात्मिक दृष्टि से लंबे बाल रखने से साधु अपनी ऊर्जा को संतुलित कर सकते हैं। यह माना जाता है कि लंबे बाल शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाए रखते हैं। साधु बाल काटने से बचते हैं क्योंकि वे इसे प्रकृति का अंग मानते हैं।लंबे बाल रखने का रहस्य
साधु लंबे बाल रखकर प्रकृति के प्रति अपने समर्पण और साधारण जीवन को दर्शाते हैं। साथ ही ज्यादातर साधु-संत तपस्या में लीन होते हैं। वह सांसारिक चीजों को त्याग कर देते हैं। । लंबे बाल रखने का रहस्य उनके ध्यान, तपस्या, और आध्यात्मिकता में गहराई से जुड़ा हुआ है। यह उनकी पहचान और जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है। साथ ही साधु प्राकृतिक जीवन जीने में विश्वास रखते हैं, इसलिए वे अपने बालों को बिना काटे छोड़ देते हैं।शनि आरती से पहले जान लें ये 4 बातें, गलती पर देते हैं भारी दंड
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