कल्याणपुर के रावला में आयोजित किए गए सम्मेलन की शुरुआत शोभायात्रा के साथ हुई। बहन-बेटियोंं व जंवाईं का आत्मीय स्वागत किया गया। सम्मेलन के दौरान अंत्याक्षरी, खेलकूद समेत अन्य मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। परिचय सम्मेलन के साथ ही मातृ-पितृ वंदना हुई। बेंगलूरु के सुनील बाफना ने संगीतमय प्रस्तुति दी तो कई लोगों की आंखों से आसूं छलक पड़े। बहन-बेटियां ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। भक्ति से ओतप्रोत कई कार्यक्रम हुए। समापन समारोह में सभी बहन-बेटियों को उपहार देकर विदा किया गया।
कल्याणपुर युवा मित्र मंडल के सदस्य हुब्बल्ली प्रवासी मुकेश बागरेचा ने बताया कि सम्मेलन में कर्नाटक के हुब्बल्ली के साथ ही बेंगलूरु, विजयपुर, होसपेट, मैसूरु, चित्रदुर्ग, शिवमोग्गा, बल्लारी, गदग, गंगावती, दावणगेरे, कोप्पल, समेत अन्य शहरों से बहन-बेटियों सम्मेलन में भाग लेने पहुंची। इसके साथ ही चेन्नई, कोयम्बत्तूर, तिरुपुर, इरोड, हैदराबाद, करनूल, अहमदाबाद, मेहसाणा, सूरत, मुम्बई, पाली, जोधपुर समेत देश के कई शहरों से बहन-बेटियां कल्याणपुर पहुंची थींं।
बागरेचा ने बताया कि कल्याणपुर के अधिकांश जैन परिवार देश के विभिन्न शहरों में निवास कर रहे हैं। हालांकि अधिकांश परिवार विवाह समारोह आज भी कल्याणपुर जाकर ही कर रहे हैं। ऐसे में आपसी परिचय को और प्रगाढ़ बनाने एवं पारिवारिक संबंधों की मजबूती के लिए यह सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया था।
कल्याणपुर युवा मित्र मंडल के हुब्बल्ली से मुकेश बागरेचा, कमलेश बागरेचा एवं संदीप बागरेचा, बेंगलुरू से निर्मल बागरेचा व हरकचन्द लूणिया, अहमदाबाद से अनिल बागरेचा व कैलाश बागरेचा तथा मेहसाणा से धीरज बागरेचा समेत अन्य सदस्यों ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
समारोह में कल्याणपुर के राव नटवरसिंह, पचपदरा से भाजपा विधायक डॉ. अरूण चौधरी, कल्याणपुर सरपंच दौलाराम, कल्याणपुर थानाधिकारी विशाल, डॉ. आर.आर. सुथार समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। इस अवसर पर जैन समाज के 70 बसंत देख चुके सदस्यों का विशेष सम्मान किया गया। इनमें जवरीलाल बागरेचा, लालचन्द बागरेचा, मोहनलाल बागरेचा एवं नेमीचन्द बागरेचा का साफा पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं माल्यार्पण से सम्मान किया।