तेज रफ्तार हवाओं ने कस्बे सहित आस-पास के क्षेत्र में भयंकर तबाही मचा दी। इसके चलते लोगों को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है। तूफान से राम अवतार पुत्र रामदेव सैनी के खेत पर 3 साल पहले राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना के तहत ङ्क्षसचाई के लिए लगाया गया सोलर पैनल सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कस्बे के नजदीक स्थित मोहम्मद नूर पुत्र इमानुद्दीन खान के खेत पर लगे सोलर पैनल सिस्टम के भी तूफान में परखच्चे उड़ गए। साथ ही खेत पर लगा लगभग सौ से भी अधिक वर्ष पुराना पेड़ उखड़ गया। इसके अलावा तूफान में मकानों के आगे लगे लोहे के चद्दर उखडऩे की अनेक घटनाएं घटित हुई।
किसान पर पेड़ गिरा, पसलियां टूटी: सीतापुरा ग्राम पंचायत उपसरपंच हरिराम गुर्जर ने बताया कि अंधड़ के चलते सरदारपुरा निवासी किसान गोकुल पुत्र रामकरण गुर्जर के ऊपर खेत पर काम करते समय पेड़ गिर जाने से उस की तीन पसलियां टूट गई। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए देवली अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं घासी पुत्र किशनलाल खटाना का मकान भी अंधड़ के चलते ध्वस्त हो गया। आवां सरपंच दिव्यांश महेंद्र भारद्वाज ने प्रशासन से आपदा में पीडि़त लोगों की आर्थिक सहायता करने की मांग की है।
तापमान में बढ़ोतरी, गर्मी व उमस से लोग बेहाल
पीपलू. तापमान में बढ़ोतरी के चलते शुक्रवार को बाजार में सन्नाटा पसरा नजर आया। सडक़ों पर आवागमन कम दिखाई दिया। गर्मी की वजह से लोग कम ही बाहर निकले। अधिकतम तापमान 40 और न्यूनतम 31 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया। मौसम के ऐसे हाल से नागरिक उमस और गर्मी के असर से व्याकुल नजर आए। दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते हुए नजर आए। वहीं गर्मी के चलते कस्बे के तालाब में भी लोग नहाकर गर्मी से राहत पाने का जतन करते रहे।