इस दौरान दोनों मासूम रास्ते में नाडे के पास खेलने लगे। इस दौरान दोनों पानी गिर गए। काफी देर बाद भी दोनों बाडे़ में नहीं पहुंचे तो उनकी मां उन्हें तलाशने लगी। तब उनका पिता सीताराम मजदूरी करने गया था।
श्मशान के रास्ते जा रहे किसी ग्रामीण की नजर नाडे की ओर गई तो उसने बच्चों के शवों को देखा। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण एकत्रित हो गए। उन्होंने बच्चों के परिजनों को सूचना दी। दोनों बच्चों की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। बाद थानाधिकारी सूर्यभान सिंह मौके पर पहुंचे और शवों को उनियारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
चार भाई बहन थे
ग्रामीणों ने बताया पलाई निवासी सीताराम गुर्जर मजदूरी, खेती व पशुपालन कार्य करता है। उसकी पत्नी सांवरी देवी खेती-बाड़ी के कार्य में सहयोग करती है। उसके सीताराम के दो पुत्र व दो पुत्री थे। इनमें से दोनों छोटे भाई बहन की मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतका अनमोल पहली कक्षा में पढ़ाई करती थी।