बेसमेंट की संभावना पर शुरू की थी खुदाई
बेसमेंट की संभावना पर खुदाई शुरू की तो महल के ठीक नीचे एक कक्ष निकला। यह कक्ष 20 फीट बाय 8 फीट का है। यह कक्ष भी पहले मिले बेसमेंट की तरह सुरक्षित है। इसमें वाटर बॉडी मिली है। संभावना है कि इस कक्ष का उपयोग स्नान या फव्वारे तक पानी पहुंचाने के लिए किया जाता होगा।
पुरातत्व विभाग का दावा 500 साल पुराना है बेसमेंट
जुझार सिंह महल और श्रीराम राजा मंदिर के बीच के हिस्से में भी जांच कराई जा रही है कि कहीं यहां पर भी बेसमेंट नहीं है। यह बेसमेंट भी 500 साल पुराना बताया जा रहा है। पुरातत्व विभाग के क्यूरेटर घनश्याम बाथम का कहना है कि नई मिली संरचना का निरीक्षण कर इसे संरक्षित किया जाएगा।
अब तक मिल चुकी हैं चार संरचनाएं
राम राजा लोक में चल रही खुदाई में अब तक भूमिगत चार संरचनाएं मिल चुकी हैं। 1.सबसे पहले सावन-भादौ के नीचे वातानुकूलित बेसमेंट मिला। 2. इसके बाद वीआइपी पार्किंग के पास बेसमेंट के साथ जल संरचनाएं निकलीं। 3. और फिर एक मंदिर निकला। 4. राम राजा धर्मशाला के नीचे के हिस्से में भी पुराने कक्ष सामने आए थे।
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