भाजपा के छल का खुलासा
कामतानाथ के दर्शन के साथ शुरू कांग्रेस की राम वन गमन यात्रा को यात्रा के प्रदेश प्रभारी हरिशंकर शुक्ल ने हरी झंडी दिखाई। इस दौरान स्थानीय विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा सहित स्थानीय कांग्रेस नेता मौजूद रहे। राम वन गमन पथ के नाम पर भाजपा के छल का खुलासा करते हुए यात्रा पुरानी लंका पहुंची। यहां पर भंडारे का आयोजन किया गया था। इसके पश्चात चित्रकूट के तमाम स्थलों से होते हुए यात्रा सती अनुसुइया आश्रम पर पहुंची। यात्रा का पहला पड़ाव यहीं डाला गया है। प्रभारी शुक्ल ने बताया कि दूसरे दिन विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चित्रकूट से यात्रा लेकर बिरसिंहपुर के लिए रवाना होंगे।
भाजपा सरकार को घेरा
यात्रा के दौरान विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने कहा, रामवन गमन पथ के नाम पर भाजपा ने लोगों की भावनाओं से खेला है। २००८ से इस पथ को लेकर भाजपा इसके विकास का दावा करती आ रही है पर हालात यथावत हैं। न तो राम के रुकने के स्थलों का कोई विकास हो सका और न ही उन स्थलों को जोडऩे वाले पथ पर कोई काम। सुतीक्षण आश्रम हो या सरभंगा आश्रम या राम की कर्मस्थली से जुड़ा शुंभार पर्वत या फिर सिद्धा पर्वत, सब खनन माफिया के चंगुल में आकर अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। भाजपा के इस खेल को कांग्रेस उजागर करेगी। हरिशंकर शुक्ल ने कहा कि श्री राम वन पथ गमन समिति ने दिव्य रथ निकाल कर अपनी 13 दिनों की यात्रा का शुभारंभ किया है। भगवान राम ने अपने 14 साल के वनवास में 11 वर्ष 2 माह का समय चित्रकूट में ही व्यतीत किया है। प्रभु राम से जुड़े इन सभी पौराणिक स्थलों तक हम जाएंगे। इसके लिए साधु-संतों को रथ पर आरुढ़ कराकर यात्रा शुरू किए। इस अवसर पर दीपक त्रिपाठी, संजय सिंह, रजनीश तिवारी, बृजेन्द्र शुक्ला, बृजेश पाण्डेय, रज्जन तिवारी, रवि माला सिंह, मिलिंद प्रसाद मिश्र, मुनेन्द्र द्विवेदी, दिलीप कुमार त्रिपाठी, आशीष गुप्ता, सज्जन गर्ग आदि मौजूद रहे।
भ्रामक जानकारी से शुरुआत फीकी
यात्रा को लेकर कांगे्रसियों में चर्चा रही कि एक दिन पहले जिस तरीके से इसके स्थगित होने की सूचना दी गई, उसके चलते यात्रा में ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सके। यात्रा के प्रचार-प्रसार को लेकर भी जिम्मेदार गंभीरता नहीं बरत रहे। हालात यह थे कि खुद जिलाध्यक्ष को इस यात्रा की जानकारी नहीं थी। उन्होंने भी यात्रा को स्थगित करने की बात कही थी।