ऐसे हुई वारदात
बड़गांव कस्बे में स्थित पैरामाउंट पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सुभाष राणा रात 9:00 बजे स्कूल से घर लौट रहे थे। इन्हें बड़गांव से बालू माजरा अपने गांव जाना था लेकिन रास्ते में ही नहर की पटरी पर बदमाशों ने इनहे घेर लिया और अपहरण कर लिया। अपहरण की इस वारदात को अंजाम देकर अपहरणकर्ता प्रिंसिपल को अपने साथ ले गए और इस घटना का पता उस समय चला जब कुछ ही दूर प्रिंसिपल की बाइक पड़ी मिली। इससे पहले कि परिजन कुछ समझ पाते प्रिंसिपल के फोन से ही बदमाशों की कॉल आई और उन्होंने ₹200000 फिरौती की मांग की। इस पर घबराए परिजनों ने कह दिया कि हम फिरौती की रकम देने के लिए तैयार हैं। इसके बाद रात भर अपहरणकर्ताओं की कॉल आती रही और फिरौती की रकम किस स्थान पर देनी है इसको लेकर परिवार के लाेगाें से बातें होती रही। इधर पुलिस भी रात से ही इस घटना की पड़ताल में लग गई आैर अपहरणकर्ताआें में तलाश में सर्वालिंस आैर माैनुअल ढंग से कई टीमें लगा दी गी। इससे पहले कि परिजन फिरौती की रकम तैयार करके अपहरणकर्ताओं को देते तड़के दिन निकलने से पहले ही अपहरणकर्ताओं ने प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या कर दी और मोरा गांव के जंगलों में शव छोड़कर फरार हो गए। पैरामाउंट पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सुभाष राणा की अपहरण के बाद हत्या की वारदात से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वारदात से गुस्साए परिजनों और क्षेत्रीय लोगों ने शव बड़गांव चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। अपहरण के बाद हत्या की खबर मिलते ही एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल एसपी देहात विद्यासागर समेत भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जाम लगा रहे ग्रामीणों को समझा कर शांत करने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने साफ कह दिया कि मौके पर जिलाधिकारी को बुलाया जाए और मृतक के परिजनों को मुआवजे की घोषणा के साथ-साथ जल्द अपहरणकर्ताओं और हत्यारों की गिरफ्तारी का भरोसा भी दिलाया जाए। सुबह 11:00 बजे तक परिजनों ने बड़गांव चौराहे पर जाम लगा रखा था और भारी पुलिस बल यहां तैनात था।