ऐसे देते थे घटना को अंजाम
फरवरी 2024 को वसीम का शव एक ईंख के खेत में मिला था। बेटे की मौत के बाद पिता इनाम ने पुलिस में हत्या का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले बड़े सबूत हाथ लगे, जिसके बाद आरोपियों को पकड़ा गया। बता दे कि हाईवे पर लोगों को टारगेट करने वाले दो गैंग में बंटे हुए थे। दोनों गैंग को मिलाकर जुल्फान ने इस घटना को अंजाम दिया था। एक गैंग में जुल्फान और लंबू। दूसरे गैंग में मोटी, छोटी और प्रदीप हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परवेज उर्फ मोटी, जुल्फान उर्फ बुडढ़ी, मुसाहिब उर्फ लंबो और सोनू उर्फ नरेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी प्रदीप अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है।आरोपियों ने बताया कि फरार प्रदीप लेडिज कपड़े पहनकर ट्रक चालक को रोकता था। उसके बाद सब मिलकर घटना को अंजाम देते थे।
आरोपियों से पूछताछ कर रही है पुलिस
लूटेरों ने एक ट्रक चालक को टॉर्च की लाइट का इशारा करके यमुनानगर जाने वाली लाइन पर रोका था। ड्राइवर ने लेडीज के कपड़ों में देखकर ट्रक रोक लिया। ड्राइवर को शारीरिक संबंध बनाने का लालच दिया। ट्रक चालक को खेत में ले गए। वहां गैंग के अन्य सदस्य भी आ गए। ड्राइवर की गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपियों ने लूटे गए 20 हजार आपस में बांट लिए थे। उनके पास से 3110 रुपए बरामद हुए है, जो कि लूट के ही पैसे हैं। पुलिस आरोपियों से अन्य लूट के मामले में पूछताछ कर रही है।