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रालोद के इस नेता ने मायावती को दी थी शिकस्त
भले ही इस बार कैराना उपचुनाव से बसपा सुप्रीमाे मायावती ने खुद को अलग कर रखा हो। लेकिन वह चाहकर भी कैराना को भुला नहीं सकती हैं। इसकी एक वजह उन्हें अपने पहले ही चुनाव में इस सीट से हार हाथ लगना है। 1984 में मायावती ने अपना पहला चुनाव कैराना सीट से ही लड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी अख्तर हसन से वह हार गई थीं। इतना ही नहीं मायावती को चुनाव में भारी वोटों से शिकस्त मिली थी।
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मायावती को हराने वाले कद्दावर नेता की है बहु चुनावी मैदान में
वहीं आपकाें बता दें कि कैराना सीट से मायावती को कद्दावर नेता के जीतने पर हार का मुंह देखना पड़ा था। उसी नेता यानी चौधरी अख्तर हसन की बहु तबस्सुम हसन रालोद की आेर से कैराना लोकसभा उपचुनाव की प्रत्याशी है। वह अपना नामांकन करा चुकी है। वहीं अख्तर हसन के पोते कैराना विधानसभा सीट से विधायक है।