संविधान दिवस पर कार्यक्रम का होगा आयोजन
गौरतलब है कि संसद के पुराने भवन को अब संविधान सदन कहा जाता है जहां सेंट्रल हॉल में संविधान दिवस का कार्यक्रम होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय ने बताया कि 26 नवंबर को संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ आयोजित की जा रही है। संविधान दिवस का यह कार्यक्रम पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में होगा। इस सत्र में दोनों सदनों की 19- 9 बैठकें होनी हैं जबकि 26 नवंबर को राज्यसभा और लोकसभा की बैठकें नहीं होंगी।
Waqf बिल सहित 16 विधेयकों पर होगा विचार
सरकार ने सत्र में विचार के लिए वक्फ विधेयक (Waqf Bill) सहित 16 विधेयकों की सूची तैयार की है। लोकसभा में आठ और राज्यसभा में दो विधेयक लंबित हैं। सत्र के दौरान केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयकों को संसद से पारित कराने का प्रयास करेगी। इसमें बैंकिंग नियम विधेयक (Banking Rules Bill) और रेलवे बिल (Railway Bill) शामिल हैं जिन्हें लोकसभा में पिछले सत्र में पेश किया गया था, लेकिन वे पारित नहीं हो पाए थे। राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक (Indian Air force Bill) पेश किया जाएगा जिसे मानसून सत्र (Monsoon session) में लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है। कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ऐतराज कर सकते हैं। ऐसे में संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहना तय माना जा रहा है। महाराष्ट्र-झारखंड के चुनाव के नतीजों का भी पड़ेगा असर
संसद सत्र पर
महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के नतीजों का भी असर पड़ना तय माना जा रहा है। दोनों राज्यों में नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को हो चुकी है। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन को जबरदस्त जीत हासिल हुई है। सरकार अपने एजेंडे को मजबूती से आगे रखते हुए आवश्यक विधेयकों को पारित करने का प्रयास करेगी। वहीं, झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिला है। दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के दो दिन बाद ही संसद का यह शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होने जा रहा है।