हिंसा के बाद अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
मृतकों के परिजनों का दावा-पुलिस की गोली से हुई है मौत
उधर, मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि, मुरादाबाद मंडल आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। कमिश्नर ने कहा कि हमलावर प्लांड तरीके से सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। 12-14 साल के बच्चों और महिलाओं को आगे किया गया।
मरने वालों के नाम सामने आए
ऑन्जनेय सिंह ने संभल हिंसा में तीन युवकों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि मरने वालों में सरायतरीन निवासी नोमान, हयातनगर का बिलाल और कोट गर्वी का नईम शामिल है। हिंसा के बाद मुरादाबाद से अतिरिक्त पीएसी को संभल रवाना किया गया है।
15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल
पत्थरबाजी की यह घटना तब हुई जब रविवार सुबह 6.30 बजे एक टीम शाही जामा मस्जिद का नया सर्वे करने पहुंची। स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर सुरक्षा बलों पर पथराव किया और पुलिस बल पर हमला कर दिया। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने तीन कारों और आठ बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर जमकर पथराव और फायरिंग की। इसमें 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए।
स्थिति अब नियंत्रण में
मुरादाबाद मंडल आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने बताया, “सर्वे पूरा होने के बाद तीन अलग-अलग दिशाओं से पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए आंसू गैस और प्लास्टिक की गोलियों का इस्तेमाल किया। इसके बाद एक अन्य समूह ने वाहनों में आग लगाना और गोलीबारी शुरू कर दी।” “गोलीबारी में पुलिस पीआरओ के पैर में गोली लगी है। डिप्टी कलेक्टर का पैर फ्रैक्चर हो गया है। सर्किल ऑफिसर (सीओ) भी घायल हुए हैं। 3 लोगों की मरने की पुष्टि हुई है। स्थिति अब नियंत्रण में है और हम उनके प्रतिनिधियों से बात कर रहे हैं।” यह बात अंजनेय सिंह ने पत्रकारों को बताई।
कई आरोपी गिरफ्तार, तीन महिलाएं भी हिरासत में
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।