scriptशनि जयंती 2019 : शनि की वक्र दृष्टि से शिवजी भी नहीं बच पाए थे | story of mahadev and shanidev | Patrika News
धर्म

शनि जयंती 2019 : शनि की वक्र दृष्टि से शिवजी भी नहीं बच पाए थे

शनि जयंती 2019 : शनि की वक्र दृष्टि से शिवजी भी नहीं बच पाए थे

Jun 02, 2019 / 11:21 am

Pawan Tiwari

mahadev and shanidev

शनि जयंती 2019 : शनि की वक्र दृष्टि से शिवजी भी नहीं बच पाए थे

पौराणिक कथाओं के अनुसार, शनिदेव दंडाधिकारी हैं। कहा जाता है कि न्याय करते वक्त शनिदेव किसी से न तो डरते हैं, न ही प्रभावित होते हैं। कम ही लोग जानते हैं कि शनिदेव की वक्र दृष्टि से देवों का देव महादेव भी नहीं बच पाये थे।
mahadev and shanidev
शनि के गुरु हैं शिव

पौराणिक कथाओं के अनुसार, शनिदेव दंडाधिकारी है। माना जाता है कि न्याय करते वक्त शनिदेव किसी से न तो प्रभावित होते हैं और न ही किसी से डरते हैं। शनिदेव निष्पक्ष होकर न्याय करते हैं। वो सभी को कर्मों के आधार पर न्याय करते हैं और दंड देते हैं। पौराणिक कथाओं में शिव को ही शनि का गुरु बताया गया है। कहा जाता है कि शिव के कृपा से ही यम के भाई शनि को दंडाधिकरी चुना गया।
ये भी पढ़ें- शनि जयंती 3 जून 2019 : ये है शनि देव की पूजा विधि एवं पूजन का सटीक शुभ मुहूर्त

mahadev and shanidev
डर से हाथी बने थे महादेव

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार जब भगवान शिव कैलाश पर विरजमान थे, तब शनिदेव उनका दर्शन करने आ गए। कथा के अनुसार, प्रणाम करने के बाद शनिदेव ने अपने गुरु शिव से क्षमा के साथ कहा कि मैं आपकी राशि में प्रवेश करने वाला हूं। मेरी वक्र दृष्टि से आप नहीं बच पाएंगे। इसके के बाद शिवजी ने पूछा कहा कि कब तक वक्र दृष्टि रहेगा। तो शनिदेव ने कहा कि कल सवा पहर तक। इसके बाद भगवान शिव शनि से बचने के लिए अगले दिन हाथी बन गए और पृथ्वी लोक पर भ्रमण करने लगे।
ये भी पढ़ें- शनि के डर से हाथी बने थे महादेव, शिव के प्रिय सोमवती अमावस्या पर जन्म लेंगे शनिदेव

mahadev and shanidev
शनिदेव का जवाब सुन खुश हुए महादेव

पृथ्वी लोक से लौटने के बाद भगवान शिव ने शनिदेव से कहा कि मैं तो अपके वक्र दृष्टि से बच गया। भगवान शिव की बात सुनकर शनिदेव मुस्कुराये और कहा कि आप मेरी दृष्टि के कारण ही पूरे दिन पृथ्वी लोक पर हाथी बन भ्रमण कर रहे थे। शनिदेव ने कहा कि आपका पशु योनि मेरे ही राशि भ्रमण का ही परिणाम था कि आप पृथ्वी लोक पर हाथी बनकर भ्रमण करने चले गए थे। शनिदेव की बात सुनकर महादेव खुश हुए। कहा जाता है कि उसके बाद से शिव को शनिदेव और प्यारे लगने लगे।

Hindi News / Astrology and Spirituality / Religion News / शनि जयंती 2019 : शनि की वक्र दृष्टि से शिवजी भी नहीं बच पाए थे

ट्रेंडिंग वीडियो