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Vaikuntha Chaturdashi 2024: बैकुंठनाथ मंदिर में दीपदान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी पर गुरुवार को सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सर्वदोष नाशक रवियोग के संयोग के बीच बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जा रही है।

जयपुरNov 14, 2024 / 03:12 pm

Devendra Singh

Vaikuntha Chaturdashi 2024:

बैकुंठनाथ मंदिर में दीपदान करती महिलाएं।

जयपुर. कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी पर गुरुवार को सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, सर्वदोष नाशक रवियोग के संयोग के बीच बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जा रही है। शहर के मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई, शाम को दीपदान किया जाएगा। वहीं कार्तिक स्नान करने वाली महिलाएं मंदिरों में जाकर दीपदान कर रही है। शहर के सोडाला स्थित बैकुंठनाथजी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी। यहां अलसुबह से ही मंदिर परिसर में मेले सा माहौल है। महिला श्रद्धालु सुबह से ही दीपदान कर बैकुंठनाथजी के 108 परिक्रमा लगा रही है। महंत कृष्ण चंद्र शर्मा के सान्निध्य में सुबह बैकुंठनाथजी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके बाद शृंगार आरती की गई। भगवान को दही-बरफी का विशेष भोग अर्पित किया गया। सुबह से ही मंदिर में दर्शनों और दान-पुण्य के लिए महिलाओं की भीड़उमड़ रही है। 5-5 बर्तन, कपड़े, फल आदि दान स्वरूप बैकुंठनाथजी को अर्पित किए जा रहे है। वहीं पास में स्थित कल्पवृक्ष की भी पूजा-अर्चना कर परिक्रमा लगाई जा रही है।बैकुंठनाथ मंदिर 
ल मनाई जाएगी देव दिवाली

कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार को देव दिवाली मनाई जाएगी। इस दिन गोविंददेवजी मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों में रास पूर्णिमा की विशेष झांकी सजाई जाएगी। वहीं श्रद्धालु मंदिरों में दीपदान करेंगे। गलता तीर्थ में दीपदान और स्नान के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री ने बताया कि पूर्णिमा पर कार्तिक स्नान पूरे होंगे, वहीं एकादशी से शुरू हुए भीष्म पंचक व्रत की भी समाप्ति होगी।

रास उत्सव की विशेष झांकी के दर्शन

ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी में शुक्रवार को रास पूर्णिमा मनाई जाएगी। मंदिर सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि मंगला झांकी के दर्शन प्रातः 4 से 5.30 बजे तक होंगे। मंगला झांकी के बाद ठाकुर श्रीजी का वैदिक मंत्रोचारण के साथ पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ठाकुर श्रीजी को सुनहरे पारचे की लप्पा जामा पोशाक धारण कराई जाएगी और विशेष फूलों की माला एवं अलंकार से शृंगार करवाया जाएगा। इस दिन से प्रतिदिन धूप झांकी के अतिरिक्त सभी झांकियों में ठाकुर श्रीजी की कपूर आरती आरम्भ हो जाती है। संध्या झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में शाम 7.15 से 7.30 बजे तक रास पूर्णिमा उत्सव झांकी के दर्शन होंगे। झांकी में ठाकुर श्रीजी के सम्मुख रास का खाट सजाया जाएगा, जिसमें चौसर, शतरंज की झांकी के दर्शन होंगे एवं दूध, पान एवं इत्र की विशेष सेवा अर्पित की जाएगी।

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