शिंदे ने उद्धव से 36 तो अजित ने चाचा से झटकी 29 सीटें
2022 में अलग हुई शिंदे की शिवसेना का शिवसेना (यूबीटी) से 52 सीटों पर सीधा मुकाबला था। इनमें शिंदे की शिवसेना ने 36 सीटें जीती, जबकि शिवसेना यूबीटी महज 14 सीट जीतने में सफल रही। दो सीटें अन्य के खातों में गई। इसी तरह अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने उनके चाचा शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) को 29 सीटों पर हराया। 59 सीटों पर लड़ी एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं, जबकि उनके चाचा शरद की पार्टी 86 सीटों पर लड़कर महज 10 सीटों पर ही जीत सकी। शरद पवार की एनसीपी पिछले वर्ष उस वक्त दो फाड़ हो गई, जब अजित के साथ 41 विधायक महायुति की सरकार में शामिल हो गए। तभी से परिवार में प्रतिद्वंद्विता शुरू हो गई।Forbes List 2024: दुनिया के टॉप 100 अमीरों की लिस्ट में ये 7 भारतीय शामिल, जानें पहले नंबर पर कौन?
कांग्रेस की शर्मनाक हार
इस वर्ष लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अपनी भाभी अजित की पत्नी सुनेत्रा को हराकर बारामती सीट जीती थी। चुनाव में 75 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला था। इनमें भाजपा ने 65 सीटें जीती, जबकि कांग्रेस महज 10 सीट ही जीत सकी। कांग्रेस की यह हार इसलिए भी शर्मनाक है, क्योंकि इसी वर्ष लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों पर वह 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।पार्टी सीटों पर सीधा मुकाबला
शिवसेना(शिंदे)/शिवसेना(यूबीटी) 52(36/14)
एनसीपी (अजित)/एनसीपी(एसपी) 36
(29/07)
भाजपा/कांग्रेस 75
(65/10)
*ब्रेकिट में जीती गई सीटें