पाकिस्तान मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि शरीफ से जेल के एक कमरे में अफसरों ने पूछताछ की।
34 साल पुरानी बात है, कुछ याद नही: शरीफ
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अफसरों ने भूमि आवंटन से संबंधित दस्तावेज शरीफ के सामने रखते हुए कहा, ‘आप मुलजिम हैं।’ इसकी सफाई में नवाज शरीफ ने कहा कि यह मामला काफी पुराना है और उस वक्त का है जब वह मुख्यमंत्री हुआ करते थे। शरीफ ने कहा कि, ’34 साल पुरानी बात है। कुछ याद नहीं है। केस की कॉपियां दे दें, देखकर बताऊंगा।’
24 घंटे में ही फैसला करने का आरोप
मीडिया सूत्रों ने बताया कि अफसरों ने शरीफ से पूछा कि आपके तब के सचिव ने आवंटन की जानकारी मंगाई और महज 24 घंटे में ही फैसला कर दिया। इस पर जवाब देते हुए नवाज ने कहा कि विभाग ने केस बनाकर भेजा होगा, हो सकता है कि सचिव ने जल्दबाजी में काम किया हो, इस बारे में तो वही बता सकते हैं। इसके बाद जांच टीम ने कहा कि विभाग ने आवंटन के खिलाफ जानकारी भेजी थी लेकिन सचिव ने आनन-फानन में फैसला कर दिया।
खाली हाथ लौटी जांच टीम
अधिकारियों ने कहा कि तत्कालीन सचिव का कहना है कि उन्होंने (पंजाब के) तत्कालीन मुख्यमंत्री (नवाज शरीफ) के कहने पर काम किया। इस पर नवाज ने कहा कि इस बारे में वह कोई जवाब नहीं दे सकते। उनकी कानूनी टीम जवाब देगी। उन्होंने जो कुछ भी किया था, कानून के दायरे में किया था। घंटेभर की पूछताछ के बाद जांच टीम लौट गई।