258 लोग कराची एयरपोर्ट पहुंचाए गए
पाकिस्तान के मीडिया जियो न्यूज की रिपोर्ट ने इमिग्रेशन अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया है कि पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 258 निर्वासित लोग पहुंचे जिनमें से 244 को इमरजेंसी ट्रैवल दस्तावेजों के आधार पर निर्वासित किया गया और बाकी 14 के पास वैध पाकिस्तानी पासपोर्ट थे। इनमें से 16 लोगों को संदिग्ध के लिए गिरफ्तार किया गया था, बाकी को सिर्फ पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया था।
सऊदी ने डिपोर्ट किए 232 पाकिस्तानी
रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने पाकिस्तान के 232 लोगों को निर्वासित किया है, इसमें 7 भिखारी हैं, जो बिना परमिट के मक्का में हज करते पकड़े गए। बाकी लोग वहां पर सजा काट रहे थे और सजा पूरी होने के बाद वापस भेजे गए हैं। इसके अलावा कई पाकिस्तानी, जो देश में वीज़ा की समय सीमा खत्म होने के बाद भी रुके थे, उन्हें भी पकड़ कर वापस पाकिस्तान भेजा गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब की एजेंसियों ने 112 पाकिस्तानियों की मिली शिकायतों के चलते डिपोर्ट किया गया है, वहीं 63 लोगों पर दूसरे आरोप लगे हैं।
UAE से भेजे गए 21 लोग
UAE से डिपोर्ट किए गए 21 पाकिस्तानी लोगों में से 4 मादक पदार्थों की तस्करी में संदिग्ध थे। संघीय जांच एजेंसी (FIA) के आव्रजन विभाग से मिली जानकारी का हवाला देते हुए बताया गया है कि पिछले 24 घंटों में कई देशों की यात्रा करने वाले 35 पाकिस्तानियों को कराची एयरपोर्ट पर अग्रिम होटल बुकिंग, खर्च के लिए कम पैसे, काम, ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स की कमी के चलते उतार दिया गया था। वहीं चीन, कतर, इंडोनेशिया, साइप्रस और नाइजीरिया से एक-एक पाकिस्तानी को वापस पाकिस्तान डिपोर्ट किया गया है।
पाकिस्तान लगातार ऐसे लोगों को भेज रहा
बता दें कि पिछले कई सालों से पाकिस्तान ऐसे लोगों को विदेश भेजता रहा है जो आपराधिक बैकग्राउंड के हैं, ये लोग शरणार्थी, अवैध मादक पदार्थ तस्कर, भिखारी और मानव तस्कर बनकर विदेशों में अवैध रूप से रह जाते हैं। इसे लेकर जनवरी की शुरुआत में ही सऊदी अरब के नागरिक विमानन प्राधिकरण ने ऐलान किया था कि सऊदी अरब की यात्रा करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के लिए पोलियो का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अनिवार्य कर दिया गया है और अगर कोई भी पाकिस्तानी, जो सऊदी अरब इस सर्टिफिकेट के बगैर आता है, उसे कड़ी सज़ा मिलेगी और कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।
पाकिस्तानी वीज़ा पर बैन लगा
यहां ये भी ध्यान देने वाली बात ये है कि सऊदी सरकार का ये फैसला ऐसे समय में आया है, जब खाड़ी देशों ने कई पाकिस्तानी लोगों के अपराध, धोखाधड़ी और भीख मांगने वालों में शामिल होने के चलते पाकिस्तानी वीज़ा पर ही बैन लगा दिया था। इससे भी पहले, UAE ने पाकिस्तान के वीजा आवेदकों के लिए पुलिस का दिया कैरेक्टर सर्टिफिकेट भी दिखाना जरूरी कर दिया था।
2024 में 4000 भिखारियों को किया गया था गिरफ्तार
इससे पहले 2024 में सऊदी अरब में 4000 से ज्यादा पाकिस्तानी मिखारियों को गिरफ्तार किया गया था। ज्यादातर भिखारियों को मक्का और मदीना से उन्हें उमराह और हज के दौरान भीख मांगते हुए पकड़ा गया था। कई पाकिस्तानियों को अवैध तरीके से ड्रग्स ले जाने और अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए गिरफ्तार करके जेल भी भेजा गया है। जिसके चलते कई खाड़ी देशों ने पाकिस्तानी पासपोर्ट और देश के नागरिकों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए, आलम ये है कि अब हर महीने पाकिस्तान के हजारों यात्रियों के वीज़ा एप्लीकेशन रिजेक्ट किए जा रहे हैं।