राजोरिया ने कहा कि उनके बोर्ड की ओर से समाज के जरूरतमंद बालिकाओं का सर्वे भी किया जा रहा है, ताकि आइआइटी, आइआइएम, नीट जैसी तैयारी समेत विवाह में उनकी मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि समाज के युवक-युवतियों से मेरा विशेष आग्रह है कि वे देश के भविष्य के निर्धारक हैं, इसलिए उन्हें एक या दो बच्चे पैदा करने के बजाय चार बच्चे तो कम से कम पैदा करना ही चाहिए। अब जो भी युगल शादी करें, वे इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें चार बच्चे पैदा करना हैं, अन्यथा विधर्मी लोग देश पर कब्जा कर लेंगे। अपने राष्ट्र, समाज, धर्म की रक्षा और समृद्धि के लिए हमें यह संकल्प करना ही होगा। हमारे पूर्वजों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए बहुत त्याग किए हैं। हमें भी उनकी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सनातन धर्म की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे, यही वक्त की मांग है।