बिना पानी यहां कोई जीवन, कोई शहरी गतिविधि, कृषि या पशु पालन संभव नहीं है। फिर भी जल संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसे बर्बाद करना, इसकी अवहेलना करना या इसे दूषित करना एक गलती है, जो लगातार दोहराई जा रही है। यह वाकई चिंता की बात है कि विकास और तकनीकी प्रगति के युग में पीने का पानी हर किसी की पहुंच में नहीं है।