गाजियाबाद से लड़ा था 2009 का चुनाव गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 2009 का लोकसभा चुनाव गाजियाबाद से लड़ा था। उसके बाद उन्होंने लखनऊ की ओर रुख किया। 2014 के चुनाव में वह वहां से संसद पहुंचे। इस बार माना जा रहा है कि वह गौतबुद्ध नगर से ताल ठोक सकते हैं। वह डॉ. महेश शर्मा की जगह मैदान में उतर सकते हैं। राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह नोएडा के विधायक हैं। ऐसे में उन्हें यहां अच्छा सपोर्ट भी मिल जाएगा। बताया जा रहा है कि गठबंधन से टक्कर लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक विशेष रणनीति पर काम कर रहे हैं।
BJP को फायदा
डॉ. महेश शर्मा का है विरोध दरअसल, गौतमबुद्ध नगर में डॉ. महेश शर्मा का विरोध भी है। सूत्रों के मुताबिक, जनपद की ग्रामीण आबादी में पार्टी के प्रति गुस्सा है, जो क्षेत्र की कुल आबादी का 40 फीसदी है। ग्रामीण इलाकों के विधानसभा क्षेत्र खुर्जा, सिंकदराबाद और जेवर आते हैं। संसदीय क्षेत्र के 19 लाख में से 12 लाख मतदाता ग्रामीण इलाके से आते हैं। जबकि शहरी मतदाताओं की संख्या 7 लाख है। इनमें मुस्लिम, गुज्जर और जाटों के बाद राजपूतों की संख्या सबसे अधिक है। यह जातीय समीकरण भी राजनाथ सिंह के पक्ष में जाता है। नोएडा के विधायक पंकज सिंह राजनाथ सिंह के बेटे हैं। वहीं, कुछ स्थानीय दिग्गज भी टिकट को लेकर लाइन में हैं। इस दौरान गुटबाजी से बचने के लिए भी आलाकमान ऐसा कदम उठा सकता है। राजनाथ सिंह का कोई विरोध भी नहीं कर पाएगा।
अलवर से मिल सकता है टिकट वहीं, डॉ. महेश शर्मा को राजस्थन के अलवर सीट से टिकट दिया जा सकता है। उनका जन्म भी अलवर के मनेठी गांव में हुआ था। उधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल भी गौतमबुद्ध नगर से अपना दावा जता चुके हैं।