ग़ौरतलब है कि रामेश्वरम् कैफे ब्लास्ट मामले में तीन दिन पहले ही राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने 4 राज्यों के 11 ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी। हुबली से पकड़े गए पैतीस साल के शोएब अहमद मिर्ज़ा उर्फ़ छोटू की गिरफ़्तारी के साथ इस मामले में पाँच लोगों को अब तक गिरफ़्तार किया जा चुका है। एनआइए को जाँच में यह जानकारी मिली की बेंगलुरु में लश्कर ए तैयबा द्वारा आतंकी साज़िश रचने के केस में मिर्ज़ा को पहले ही दोषी क़रार दिया गया था। साल 2018 में आतंकी साज़िश के मामले में अपनी सजा पूरी होने के बाद से शोएब मिर्ज़ा नए आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जुट गया। उसने रामेश्वरम कैफ़े ब्लास्ट के दूसरे आरोपी अब्दुल मतीन ताहा के साथ दोस्ती की। फिर विदेश में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर कैफे ब्लास्ट की साज़िश रचने लगा।
अब्दुल मतीन ताहा और उसके सहयोगी मुसाव्विर हुसैन शाहजीब को एनआइए ने कोलकाता के ख़िलाफ़ कैसे 12 अप्रैल को गिरफ़्तार किया था। इसी साल एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के बाद से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण अभी तक 29 जगहों पर छापेमारी कर चुकी है। जबकि इस मामले में पाँच लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है है।