सभी दलों ने झोंकी पूरी ताकत
चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने रैली और सभाएं करने में भी खूब ताकत लगाई। मतदाताओं को रिझाने के प्रयासों में दलों ने कोई कमी नहीं छोड़ी। आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी खूब चला। भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों के अपने घोषणा पत्र भी जारी कर दिए हैं। अब 19 अप्रेल को मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद करेंगे। एनडीए और ‘इंडिया’ गठबंधन में एनवक्त का अपना कुनबा बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पहले चरण में 16.63 करोड़ वोटर
- पहले चरण में मताधिकार प्राप्त 16.63 करोड़ मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला तथा 11,371 उभयलिंगी मतदाता हैं।
- पहली बार मतदान करने वाले 35.67 लाख मतदाताओं ने वोट डालने के लिए पंजीकृत किया है। इसके अतिरिक्त 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं।
आयोग की तैयारी पूरी
- मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूप से केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है।
- सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी।
- 361 पर्यवेक्षक (127 सामान्य पर्यवेक्षक, 67 पुलिस पर्यवेक्षक, 167 व्यय पर्यवेक्षक) अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है।
- वीडियो निगरानी टीमें और 1255 वीडियो देखने वाली टीमें मतदाताओं को शामिल करने के किसी भी प्रकार से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिए चौबीसो घंटे निगरानी रख रही हैं।
- कुल 1374 अंतरराज्यीय और 162 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है
- पहले चरण में मतदान के लिए 85 वर्ष अधिक के 14.14 लाख से ज्यादा मतदाता और 13.89 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिन्हें घर से मतदान की सुविधा मिली है।