इन सब्जियों की कीमतों में हो सकता है इजाफा
रिपोर्ट के मुताबिक अगले कुछ महीनों में टमाटर और आलू जैसी सब्जियों की कीमतों में और इजाफा देखने को मिल सकता है। जबकि पिछले साल इस अवधि दौरान टमाटर और आलू के दाम में क्रमश: 36 प्रतिशत और 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि जुलाई 2023 में मानसून की खराब स्थिति के कारण टमाटर की कीमतों में 202 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई थी और देश के कई हिस्सों में यह 200 रुपए प्रति किलो तक बिका था। वहीं सीएमआइई के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अनाज उत्पादन 3.2 प्रतिशत घटकर 31.86 करोड़ टन रह सकता है।
गेहूं का उत्पादन बढऩे की उम्मीद
सीएमआइई के आंकड़ों के मुताबिक, कम पैदावार और अनियमित बारिश के कारण खरीफ और रबी में उत्पादन एक साल पहले की तुलना में कम होने का अनुमान है। पिछले साल 5.6 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। इससे खरीफ की फसलों की बुवाई का रकबा कम हो गया। रबी में भी उत्पादन बाधित हो सकता है, क्योंकि चावल और सोयाबीन जैसी फसलों की देर से कटाई के कारण बुवाई में देरी हुई है। हालांति गेहूं का उत्पादन पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक हो सकता है।
चीनी का उत्पादन 4 फीसदी कम रहने का अनुमान
देश में चीनी का उत्पादन 2023-24 सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में करीब 4 फीसदी घटकर 3.16 करोड़ टन रहने का अनुमान है। अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ ने पहला उत्पादन अनुमान जारी करते हुए कहा, 3.16 करोड़ टन के अनुमानित चीनी उत्पादन और 57 लाख टन के शुरुआती भंडार के साथ चीनी की उपलब्धता 3.73 करोड़ टन होने की संभावना है। यह अनुमानित घरेलू खपत 2.9 करोड़ टन से अधिक है। 2023-24 सीजन में यूपी में चीनी उत्पादन 1.17 करोड़ टन से अधिक होने का अनुमान है। महाराष्ट्र में 96 लाख टन और कर्नाटक में 47 लाख टन उत्पादन का अनुमान है।
इतनी रही कीमतें
अवधि आलू प्याज टमाटर
जनवरी, 2023 15 25 20
अक्टूबर, 2023 20 40 30
जनवरी, 2024 20 30 30-40
(प्रति किलोग्राम औसत कीमतें रुपए में, स्रोत: उपभोक्ता मंत्रालय)
इतना रह सकता है उत्पादन
2.2 फीसीदी घटकर 13.27 करोड़ टन रह सकता चावल का उत्पादन
12.9 प्रतिशत घटकर 4.99 करोड़ टन रहने की उम्मीद मोटे अनाज का उत्पादन, मक्का और बाजरा के उत्पादन में गिरावट के कारण
7.5 प्रतिशत घटकर 2.41 करोड़ टन रह सकता है दाल का उत्पादन
1.1 प्रतिशत बढक़र 11.2 करोड़ टन रहने की उम्मीद गेहूं का उत्पादन