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कहते हैं कि सामाजिक संरचना में शादी जैसे पवित्र रिश्तों का महत्वपूर्ण स्थान है। लेकिन, प्रेम के बारीक रेशों से बुने ये रिश्ते अत्यंत नाजुक होते हैं। यानी एक मामूली सी गलती बने बनाए रिश्तों को खराब कर देती है। नौगावां सादात कस्बे के मोहल्ला शाहफरीद में रहने वाले उरूज मेहदी की बेटी का निकाह फकरपुरा के कमर हैदर से तय हुआ था। पांच सितंबर की शाम को बारात आनी थी। घर में इसके पूरे इंतजामात हो चुके थे। मेहमानों का आना जाना और शादी की तैयारियां चल रहा थी। सभी बेसब्री से बारात का इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब काफी देर तक बारात नहीं पहुंची तो दुल्हन के पिता उरूज ने दूल्हे के पिता कमर हैदर को फोन किया। उनका जवाब सुनकर उरूज अवाक रह गए। दूल्हे के पिता ने साफ कह दिया कि आपकी बेटी हमेशा व्हाट्सएप चलाती रहती है। यह अच्छी आदत नहीं है, लिहाजा बारात नहीं ला सकते।
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उधर दुल्हन पक्ष का आरोप है कि दूल्हे के परिजनों ने मामले को निपटाने के बदले दहेज के रूप में 65 लाख की डिमांड की और न दे पाने पर बारात लाने से मना कर दिया। ऐन निकाह के दिन बारात न आने से लड़की वाले बेहद मायूस है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दूल्हे का पिता कमर हैदर ने बताया कि हमने अच्छा परिवार समझकर बिना दहेज के रिश्ता तय किया था, लेकिन मेरे बेटे को होने वाली दुल्हन द्वारा व्हाट्सएप चलाने और लोगों को मैसेज भेजने का पता लगा। इस पर उसे कड़ा ऐतराज है। इसके कारण रिश्ता तोड़ना पड़ा। शादी की तारीख तय नहीं हुई थी। मेरे और मेरे बेटे के खिलाफ गलत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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नौगावां सादात के पुलिस चौकी प्रभारी और कस्बा इंचार्ज आरके त्रिपाठी ने बताया कि युवती के पिता ने जो तहरीर दी है, उसे दो लोगों के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है। तहरीर में युवती के व्हाट्सएप चलाने पर नाराजगी जताकर शादी टूटना लिखा गया है। रिपोर्ट में दहेज मांगने की भी बात कही गई है। पुलिस सबूतों के आधार पर जांच कर रही है।