शांतिलक्ष्मी ने बताया कि वो एक गृहिणी हैं परन्तु पति की मृत्यु के बाद उन्होंने नौकरी करने का निर्णय लिया। पिछले साल, थेनी जिले में शांतिलक्ष्मी और उनकी बड़ी बेटी आर. तेनमोजी एक स्कूल शिक्षक जी. सेंथिलकुमार द्वारा संचालित निशुल्क कोचिंग जाने लगीं।
सेंथिलकुमार ने कहा, ‘‘शांतिलक्ष्मी अपनी बेटी को प्रवेश दिलाने के लिए कोचिंग आई थीं। लेकिन जब हमने उन्हें बताया कि वे भी परीक्षा में शामिल हो सकती हैं तो उन्होंने भी कोचिंग में आने का फैसला कर लिया।’’
उन्होंने बताया कि तमिलनाडु लोक सेवा आयोग की समूह चार के रिक्त पदों के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा 10 से ज्यादा योग्यता वाले उम्मीदवारों को आयु में असीमित छूट दी गई है।
सेंथिलकुमार ने कहा, ‘‘कक्षा में जहां अन्य छात्र उनकी बेटी की आयु के थे, वहीं शांतिलक्ष्मी ने प्रश्न पूछने में कभी हिचकिचाहट महसूस नहीं की। जब वे कोचिंग नहीं आ पातीं तो उनकी बेटी उन्हें घर पर पढ़ाती।’’
शांतिलक्ष्मी ने कहा, ‘‘मुझे स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति मिली है। उम्मीद है कि मुझे थेनी में ही तैनाती मिलेगी। ऐसा ना होने पर भी मैं नौकरी करूंगी।’’ कला में स्नातक (तमिल साहित्य) उनकी बेटी हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ बंदोबस्त विभाग में तैनात होंगी।