स्टेशन परिसर तक ट्रांसपोर्टिंग सिस्टम का दायरा बढ़ाने के लिए ही आरपीएफ कॉलोनी वाले इस परिसर के खोली होने पर पूरा दायरा फाफाडीह तक एक्सप्रेस-वे सड़क तक सपाट हो जाएगा। इसी दायरे में वाहन पार्किंग बिल्डिंग बननी है। क्योंकि एक्सप्रेस-वे सड़क धूमकर स्टेशन परिसर से जुड़ी है, उसके ठीक बाजू में ये पूरा कैम्पस है, जिसका डेवलपमेंट किया जाना है। दूसरी तरफ जहां मुख्य रिजर्वेशन टिकट का ऑफिस है, उस कैम्पस में भी एक मल्टीस्टोरी पार्किंग बिल्डिंग बनेगी, जिसमें पार्सल कार्यालय लगेगा।
ये काम होने पर टूटेगा स्टेशन स्टेशन कैम्पस में री डेवलपमेंट का काम सबसे पहले शुरू होगा, क्योंकि जगह खाली है। बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। दो तरफ मल्टीस्टोरी पार्किंग और ट्रांसपोर्टिंग रोड का निर्माण हो जाने पर स्टेशन के पुराने स्ट्रक्चर को तोड़ने का काम शुरू होगा। क्योंकि नए सिरे से सर्वसुविधायुक्त निर्माण कराना है। इससे वर्तमान में अभी जितना चौड़ा प्लेटफार्म एक है, उसका डेढ़ गुना तक और चौड़ा हो जाएगा। स्टेशन की छत 36 मीटर तक चौड़ी होगी।
रेलवे के तीन बड़े स्टेशन रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर को रेल मंत्रालय ने री-डेवलपमेंट प्लान में शामिल किया है। रायपुर स्टेशन को एयरपोर्ट जैसे बनाने के लिए 470 करोड़ रुपए खर्च होने की लागत भी तय की गई है। जिस पर नए सिरे से काम चालू होना है। उद्घाटन के दौरान रेलवे जीएम आलोक कुमार ने 2 साल में स्टेशन की सूरत बदल जाने की बात कही है।
रेलवे जीएम का 2 साल में निर्माण पूरा कराने का टारगेट अगस्त में जब रायपुर स्टेशन के री-डेवलपमेंट प्लान का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से किया था। उस कार्यक्रम में रेलवे जीएम आलोक कुमार ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान 2 साल में स्टेशन का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो जाने का दावा किया था। इसे देखते हुए रेलवे प्रशासन में हलचल तेज है। उसी के तहत स्टेशन के सामने के सरकारी क्वार्टरों को खाली कराने का नोटिस जारी किया जा रहा है।