सही रिक्रूटमेंट के लिए यह बहुत जरूरी है। हमेशा याद रखें कि कैंडिडेट के रेज्यूमे को उसके अनुभव के प्रूफ की तरह लेने के बजाय उसके जरिए कैंडिडेट की स्किल्स समझने की कोशिश करें। कैंडिडेट से बात करें और उसके स्किल सेट को समझने की कोशिश करें। इसके बाद आप यह निर्णय ले सकेंगे कि उस कैंडिडेट की स्किल्स आपके जॉब के मुताबिक हैं या नहीं। सही स्किल्स होने पर आप उस कैंडिडेट को हायर कर सकते हैं।
जब भी आप किसी कैंडिडेट के साथ उसकी स्किल्स के लिए बातचीत करें, तब कोशिश करें कि उसे रियल-वर्ल्ड समस्याओं को सुलझाने का मौका दें। ऐसी समस्याएं जिन्हें सुलझाने के लिए एनालिटिकल थिंकिंग की जरूरत होती है। इससे आप उस कैंडिडेट के कॉम्पिटेंसी लेवल को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और देख सकेंगे कि वह मुश्किलों में कैसे रिएक्ट करता है। इसके बाद आप उसे हायर करने का फैसला ले सकेंगे।
जब भी आप अपने बिजनेस के लिए कोई जॉब निकालें तो उसकी डिस्क्रिप्शन पर खास ध्यान दें। उसमें यह जरूर बताएं कि आप किस तरह का एम्प्लॉई चाहते हैं और आपकी उससे क्या उम्मीदें हैं। इससे आपको बिजनेस के लिए सही एम्प्लॉई ढूंढने में मदद होगी।