सही चीजों पर करें फोकस
ऑफिस में आपका कलीग जिस तरह से काम करता है, आप उसमें बदलाव नहीं ला सकते हैं। ऐसे में आपको खुद के व्यवहार के बारे में ही विचार करना चाहिए। आप तो खुद पर ही कंट्रोल कर सकते हैं। आपको पता करना चाहिए कि आखिर आप परेशान क्यों हैं। पता करें कि क्या वह आपसे अच्छा काम करता है या काम को लेकर उसका रवैया कुछ अलग है।
नकारात्मकता से बचें
आपको अपने कलीग के सामने खुद पर काबू रखना चाहिए। अगर आप नकारात्मक व्यक्ति बनेंगे तो स्थिति और भी ज्यादा बिगड़ जाएगी। उसके साथ ज्यादा समय गुजारें और उसे समझने की कोशिश करें। अगर किसी प्रोजेक्ट में आप दोनों साथ हैं तो इसे संबंध बनाने का मौका समझें।
रिएक्शन को मैनेज करें
हो सकता है कि आपका कलीग आपको परेशान कर रहा हो, पर यदि आपका खुद पर नियंत्रण है तो उसे पता ही नहीं लगेगा कि आप परेशान हो रहे हैं या नहीं। इस स्थिति में वह आपको परेशान करना छोड़ देगा। स्थिति ज्यादा असहनीय होने पर फंसने के बजाय बाहर निकल जाना चाहिए। खुद को मैनेज करके आप खराब स्थितियों से बच सकते हैं।
ज्यादा न घबराएं
अगर आपको लगता है कि किसी खास कलीग के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है तो आपको घबराने के बजाय अपने बॉस से इस बारे में बात करनी चाहिए और उनसे मदद मांगनी चाहिए। बॉस आपको इस स्थिति से निपटने का बेहतर तरीका बता सकते हैं। इससे उन्हें समय रहते सारी चीजों का जानकारी भी हो जाएगी।
मदद मांगें
अगर आपको लगता है कि कोई कलीग आपको परेशान कर रहा है और आप उसका व्यवहार सहन नहीं कर पा रहे हैं तो आपको खुद को मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर कोई भी चीज काम न करे तो आपको सीधे उस कलीग से बात करनी चाहिए और उसके गलत व्यवहार का कारण पूछना चाहिए। अगर फिर भी वह व्यक्ति न माने तो आप सीनियर मैनेजमेंट से भी इसके लिए मदद ले सकते हैं।