जरूरी योग्यता
वैसे तो इसके लिए किसी प्रकार की कोई एकडेमिक क्वालिफिकेशन की जरूरत नहीं होती है। क्रिकेटर को क्रिकेट के बारे में संपूर्ण जानकारी के साथ अच्छा खेलना आता हो। इसके अलावा इसके मध्यम से कोच, टीवी चैनलों व न्यूजपेपर के लिए क्रिटिक, क्यूरेटर, कमेंटेटर, फील्ड एग्जामिनर के लिए कई पदों पर रोजगार के मौके हैं।
ये स्किल्स हैं जरूरी
क्रिकेटर या इसी फील्ड में कमेंटेटर, एम्पायर, क्यूरेटर या अन्य बनने के लिए अपनी प्रतिभा को जरूर पहचानें। खुद बतौर कोच काम करने के अलावा आप इस क्षेत्र में सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर सकते हैं। क्रिकेट बैट के अलावा ग्राउंड की बारीकी और इस क्षेत्र से जुड़ी हर बात पता होनी चाहिए। क्रिकेट से जुड़े इतिहास की भी नॉलेज हो।
यहां मिल सकता है अवसर
इंडियन नेशनल टीम, आइपीएल, रणजी, मिनी लीग, क्लब टूर्नामेंट के अलावा कई अन्य स्तर पर क्रिकेट खेला जा सकता है। इसमें बैट्समैन से लेकर बॉलर, फास्ट बॉलर, स्पिनर, विकेटकीपर, फील्डर आदि शामिल हैं। इसके अलावा यदि आपको क्रिकेट का उच्च ज्ञान है तो आप कमेंटेटर के रूप में अपनी पहचान बना सकते हैं। खुद को टीवी पर देखना चाहते हैं तो किसी भी स्पोट्र्स न्यूज चैनल में क्रिटिक के रूप में काम किया जा सकता है। कोच या ट्रेनर के अलावा कई स्पोट्र्स ब्लॉग के लिए कमेंटरी लिखने, इंजीनियर्स, क्रिकेट एनालिटिक, अम्पायर, सपोर्टिंग टीम, काउंसलर, फिजियोथैरेपिस्ट, ऑपरेशंस (बीसीसीआई), पिच क्यूरेटर, ऑनलाइन मीडिया पर्सनल, चीयर लीडर्स, क्रिकेट स्टेडियम स्टाफ, कैमरामैन और क्रिकेट के सामानों के मैनुफेक्चरर व सेलर भी बन सकते हैं।
कहां से ले सकते हैं शिक्षा
देश-विदेश में कई जगहों पर क्रिकेट प्रेक्टिस के लिए एकेडेमी संचालित हो रही हैं। वहां पर नियमित प्रेक्टिस के दौरान क्रिकेट के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
नौकरी के अवसर
प्राइवेट स्तर पर नौकरी पा सकते हैं। साथ ही चाहें तो स्वयं का रोजगार भी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आप पार्ट टाइम जॉब कर सकते हैं। कई सरकारी नौकरियों में स्पोट्र्स कोटे के तहत अप्लाई कर सकते हैं। इसमें हर स्तर के खिलाडिय़ों को छूट मिलती है।