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दिसंबर 2018 में हुई थी शिकायत
वास्तव में दिसंबर 2018 में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज और उसकी सब्सिडियरी रेलिगेयर फिन्वेस्ट लिमिटेड ने सुनील गोधवानी और उस समय के तत्कालिक प्रमोटर्स मलविंदर सिंह और शिविंदर सिंह के खिलाफ कंपनीज एक्ट के प्रावधानों के तहत कंपनी मामलों के मंत्रालय के पास एक शिकायत दी थी। शिकायतों की मानें तो रेलिगेयर फिन्वेस्ट लिमिटेड ने मालविंदर और शिविंदर की कंपनियों को लोन दिए थे। जिसके बाद काफी समय तक सिंह बंधुओं की कंपनी ने उन लोन को चुकाया। आंकड़ों की मानें तो सिंह ब्रदर्स की करीब 19 यूनिट्स को 2397 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया था। इस रकम में 415 करोड़ रुपए का ब्याज शामिल है।
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नरेश गोयल भी लंदन जाने की फिराक में थे
वहीं करीब एक सप्ताह पहले जेट एयरवेज के प्रमुख नरेश गोयल भी अपनी पत्नी के साथ विदेश जाने के फिराक में थे। दोनों को मुंबई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने पहचान कर रोक लिया था। जानकारों की मानें तो गोयल दंपत्ति दुबई से होकर लंदन जा रहे थे। जिसके लिए उन्होंने एमिरेट्स की दुबई जाने के लिए फ्लाइट्स बुक की थी। आपको बता दें कि जेट एयरवेज पर बैंकों का 8000 करोड़ रुपए का कर्ज है। अस्थाई रूप से बंद जेट एयरवेज के करीब 18 हजार से ज्यादा कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं।
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